Prabhasaskhi NewsRoom: कन्हैया लाल हत्याकांड में NIA की चार्जशीट से पाकिस्तानी साजिश का पर्दाफाश

Kanhaiya Lal
Prabhasakshi

48 वर्षीय कन्हैया लाल की 28 जून को उनकी दुकान के भीतर एक धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। उस समय हमलावरों ने एक वीडियो जारी कर दावा किया था कि उन्होंने इस्लाम के अपमान का बदला लेने के लिए कन्हैया लाल की हत्या की थी।

राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की नृशंस हत्या कर पूरे हिंदुस्तान में दहशत फैलाने का जो प्रयास किया गया था उसमें पाकिस्तानी हाथ उजागर हो गया है। हम आपको याद दिला दें कि जब करीब छह महीने पहले कन्हैया लाल की हत्या हुई थी तब देश के कई भागों में सामाजिक सद्भाव बिगड़ने की घटनाएं हुई थीं और लगातार जिस तरह सर तन से जुदा की धमकी दी जा रही थी उससे माहौल तनावपूर्ण हो गया था। एनआईए ने कन्हैया लाल हत्याकांड मामले में जो आरोपपत्र अदालत में दायर किया है उससे पाकिस्तान में रची गयी पूरी साजिश का पर्दाफाश हो गया है। एनआईए ने कन्हैया लाल की हत्या के मामले में गुरुवार को दो पाकिस्तानी नागरिकों समेत 11 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है।

हम आपको याद दिला दें कि 48 वर्षीय कन्हैया लाल की 28 जून को उनकी दुकान के भीतर एक धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। उस समय हमलावरों ने एक वीडियो जारी कर दावा किया था कि उन्होंने इस्लाम के अपमान का बदला लेने के लिए कन्हैया लाल की हत्या की थी। एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा है कि कन्हैया लाल की हत्या और हत्या के वीडियो का प्रसार देश भर में जनता के बीच दहशत और आतंक पैदा करने के लिए किया गया था।

इसे भी पढ़ें: Umesh Kolhe Murder Case में खुली Tablighi Jamaat की कट्टरपंथी फाइल, नवनीत राणा और कपिल मिश्रा का विपक्ष पर निशाना

हम आपको याद दिला दें कि यह मामला शुरू में राजस्थान के उदयपुर जिले के धानमंडी पुलिस थाने में दर्ज किया गया था और बाद में एनआईए द्वारा इसे फिर से दर्ज किया गया था। हत्या के आरोपियों के खिलाफ जयपुर में एक विशेष एनआईए अदालत में भारतीय दंड संहिता, गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम और शस्त्र अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप पत्र दाखिल किया गया है। एनआईए के प्रवक्ता ने कहा, “जांच से पता चला है कि आतंकवादी गिरोह-मॉड्यूल के रूप में काम कर रहे आरोपी व्यक्तियों ने भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपूर शर्मा की पैगम्बर मोहम्मद के बारे में कथित टिप्पणी के बाद बदला लेने की साजिश रची थी।” उन्होंने कहा, “आरोपी कट्टरपंथी थे और भारत के भीतर और बाहर प्रसारित किए जा रहे ऑडियो/वीडियो/संदेशों से प्रेरणा लेते थे।

एनआईए ने कहा है कि आरोपियों ने घातक चाकू की व्यवस्था की और कन्हैया लाल की फेसबुक पोस्ट के जवाब में दिनदहाड़े उसकी हत्या कर दी और उसकी दुकान में एक सहकर्मी पर हमला किया। आरोप पत्र में मामले में चार्जशीट किए गए लोगों में मोहम्मद रियाज अटारी, गौस मोहम्मद, मोहसिन खान, आसिफ हुसैन, मोहम्मद मोहसिन, वसीम अली, फरहाद मोहम्मद शेख, मोहम्मद जावेद, मुस्लिम खान उर्फ मुस्लिम रजा और पाकिस्तानी नागरिक सलमान और अबू इब्राहिम शामिल हैं। आरोप पत्र में शामिल किये गये दोनों पाकिस्तानी नागरिक कराची के रहने वाले हैं। एनआईए प्रवक्ता ने कहा कि मामले में आगे की जांच जारी है।

हम आपको याद दिला दें कि कन्हैया लाल पेशे से एक दर्जी थे और उदयपुर में उनकी दुकान थी। कन्हैया लाल की हत्या ग्राहक बनकर दुकान पर आए लोगों ने की थी। उन्होंने हत्या का वीडियो भी बनाया था, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इस घटना के बाद राजस्थान के विभिन्न शहरों के अलावा कई और राज्यों में भी साम्प्रदायिक सद्भाव बिगड़ा था। इसी कड़ी में महाराष्ट्र के अमरावती में दवा कारोबारी उमेश कोल्हे की कुछ लोगों ने निर्मम हत्या कर दी थी। इस मामले में भी एनआईए ने इसी सप्ताह आरोपपत्र दायर किया था। उमेश कोल्हे हत्याकांड मामले में एनआईए के आरोप पत्र में कहा गया है कि “तब्लीगी जमात के कट्टरपंथी इस्लामवादियों” ने पैंगबर मोहम्मद के कथित अपमान का बदला लेने के लिए महाराष्ट्र के अमरावती में दवा विक्रेता उमेश कोल्हे की हत्या की थी। एनआईए ने इस हत्याकांड को कट्टरपंथी व्यक्तियों के एक गिरोह का आतंकी कृत्य करार देते हुए कहा कि वे उमेश कोल्हे की हत्या कर डर पैदा करना चाहते थे।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़