किसान आंदोलन में मोदी की हठधर्मिता के कारण कई अन्नदाताओं को शहादत देनी पडी: बेनीवाल
उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस चुनाव में आपको गुमराह नहीं होना है और आरएलपी और आजाद समाज पार्टी के उम्मीदारों के पक्ष में मतदान करना है। उन्होंने प्रदेश में अपराध एवं अन्य मुद्दों पर भी अपनी बात रखी। आजाद ने कहा कि देश में लोकतंत्र जब आया तब सामाजिक और आर्थिक रूप से असमानता थी ,समाज में अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को वोट का अधिकार देने में कुछ लोग बाधा बन रहे थे तब बाबा साहब ने वोट का अधिकार सभी को दिया।
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के संयोजक और नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल ने रविवार को आरोप लगाया कि किसान आंदोलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हठधर्मिता के कारण कई अन्नदाताओं को शहादत देनी पड़ी। यहां पार्टी के स्थापना दिवस तथा सत्ता संकल्प यात्रा के समापन के अवसर पर सत्ता संकल्प महारैली में बेनीवाल ने लोगो से किसान आंदोलन और हरियाणा जाट आरक्षण आंदोलन को नहीं भूलने का आग्रह करते हुए कहा कि इसका जवाब वोट की चोट से देना है। उन्होंने आरोप लगाया कि राजस्थान में अपराध बेलगाम है लेकिन सरकार उसे रोकने में विफल रही। सांसद ने गंगानगर, हनुमानगढ़ में पानी के लिए हो रहे आंदोलनों का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) सहित प्रदेश के अन्य मुद्दों को लोकसभा में हमेशा प्रमुखता से उठाया है।
बेनीवाल ने दावा किया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का गठजोड़ राजस्थान में सबके सामने आ गया और खुद गहलोत ने कहा की उनकी सरकार को वसुंधरा ने बचाया। उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों के गठजोड़ ने राज्य में अराजकता की स्थिति पैदा कर दी। आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने कहा की राजस्थान में जनता के मुद्दों की लड़ाई अब आजाद समाज पार्टी, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के साथ मिलकर लड़ेगी। उन्होंने कहा कि इस गठबंधन से गरीबों के चेहरे पर खुशी छा गई है।
उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस चुनाव में आपको गुमराह नहीं होना है और आरएलपी और आजाद समाज पार्टी के उम्मीदारों के पक्ष में मतदान करना है। उन्होंने प्रदेश में अपराध एवं अन्य मुद्दों पर भी अपनी बात रखी। आजाद ने कहा कि देश में लोकतंत्र जब आया तब सामाजिक और आर्थिक रूप से असमानता थी ,समाज में अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को वोट का अधिकार देने में कुछ लोग बाधा बन रहे थे तब बाबा साहब ने वोट का अधिकार सभी को दिया।
अन्य न्यूज़