मुंबई हनुमान मंदिर विवाद पर सीएम देवेंद्र फडणवीस ने पहली बार दी प्रतिक्रिया, जानें क्या कहा

Devendra Fadnavis
ANI
अंकित सिंह । Dec 14 2024 6:40PM

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को मुंबई के दादर पूर्व रेलवे स्टेशन पर हनुमान मंदिर के विध्वंस पर रोक लगाने के लिए हस्तक्षेप किया। मुंबई मंदिर को रेलवे द्वारा विध्वंस नोटिस भेजा गया था क्योंकि यह रेलवे भूमि पर बनाया गया था जो स्टेशन के पुनर्विकास के लिए आवश्यक थी।

मुंबई हनुमान मंदिर विवाद पर सीएम देवेंद्र फडणवीस का बयान सामने आया है। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि कोर्ट ने एक आदेश में मंदिरों का वर्गीकरण किया था और उस आदेश के मुताबिक पुराने मंदिरों को नियमित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हम रेलवे प्रशासन से बात कर इस मसले का कोई न कोई समाधान जरूर निकालेंगे। मंदिर को नियमित करने के लिए नियमानुसार जो भी हम कर सकते हैं, करेंगे।

इसे भी पढ़ें: उसे करने दीजिए जो करना चाहती है, मुस्लिम युवक संग हिंदू लड़की के लिव इन में रहने पर HC टिप्पणी

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को मुंबई के दादर पूर्व रेलवे स्टेशन पर हनुमान मंदिर के विध्वंस पर रोक लगाने के लिए हस्तक्षेप किया। मुंबई मंदिर को रेलवे द्वारा विध्वंस नोटिस भेजा गया था क्योंकि यह रेलवे भूमि पर बनाया गया था जो स्टेशन के पुनर्विकास के लिए आवश्यक थी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता आशीष शेलार और मंगल प्रभात लोढ़ा ने मध्य रेलवे टीम से मुलाकात की और उनसे बात करने के बाद वैष्णव से इस प्रक्रिया पर रोक लगाने का अनुरोध किया। इसके बाद मंत्री ने हस्तक्षेप किया और प्रक्रिया पर रोक लगा दी।

रेलवे द्वारा प्रस्तावित विध्वंस के विरोध में शनिवार शाम को शिव सेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और उनकी पार्टी ने मंदिर में महा आरती का आयोजन किया था, जिससे इस मुद्दे का राजनीतिकरण हो गया था। वहीं, भाजपा नेता और अमरावती के पूर्व सांसद नवनीत राणा ने शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे पर तीखा हमला बोला, जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से हिंदुत्व के प्रति उनके दृष्टिकोण पर सवाल उठाया था।

इसे भी पढ़ें: Recap 2024: आम चुनाव से लेकर विधानसभा चुनाव तक... इन राजनीतिक घटनाओं की इस साल रही खूब चर्चा

ठाकरे की टिप्पणी पर नवनीत राणा ने तीखा पलटवार किया। उन्होंने कहा, "उद्धव ठाकरे को हमें हिंदुत्व सिखाने का कोई अधिकार नहीं है। जिन लोगों ने सत्ता के लिए हिंदुत्व को छोड़ दिया और पाकिस्तान के प्रतीक से मिलते-जुलते झंडे सहित अन्य झंडों से प्यार करना शुरू कर दिया, वे हमें हिंदुत्व पर व्याख्यान नहीं दे सकते।"

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़