अरविंद केजरीवाल ने केंद्र के कृषि कानूनों की प्रतियां फाड़ी, बोले- किसानों के साथ नहीं कर सकता छल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘‘मैं सबसे पहले इस देश का नागरिक हूं, मुख्यमंत्री बाद में। विधानसभा तीनों कानूनों को खारिज करती है और केंद्र सरकार को किसानों की मांगों को स्वीकार करना चाहिए।’’
नयी दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में केंद्र के कृषि से संबंधित तीनों नए कानूनों की प्रतियों को फाड़ते हुए कहा कि वह देश के किसानों के साथ छल नहीं कर सकते। दिल्ली विधानसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कानूनों को भाजपा के चुनावी ‘फंडिंग’ के लिए बनाया गया है और यह किसानों के लिए नहीं है। केजरीवाल ने तीनों कानूनों की प्रतियों को फाड़ते हुए कहा, ‘‘मुझे ऐसा करते हुए दुख हो रहा है। मैं ऐसा नहीं करना चाहता था लेकिन मैं देश के किसानों के साथ छल नहीं कर सकता...जो ठंड में सड़कों पर सो रहे हैं..जब तापमान दो डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है।’’
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उन्होंने कहा, ‘‘मैं सबसे पहले इस देश का नागरिक हूं, मुख्यमंत्री बाद में। विधानसभा तीनों कानूनों को खारिज करती है और केंद्र सरकार को किसानों की मांगों को स्वीकार करना चाहिए।’’ केजरीवाल ने कहा कि अब तक 20 प्रदर्शनकारी किसानों की मौत हो चुकी है और कहा कि केंद्र को अब ‘जाग’ जाना चाहिए। उन्होंने कहा ‘‘ केंद्र इस मुगालते में ना रहे कि किसान वापस अपने घर चले जाएंगे। वर्ष 1907 में किसानों का प्रदर्शन नौ महीनों तक चलता रहा जब तक कि ब्रिटिश शासकों ने कुछ कानूनों को निरस्त नहीं कर दिया।
ਕੇਜਰੀਵਾਲ ਸਰਕਾਰ ਨੇ ਦਿੱਲੀ ਵਿਧਾਨ ਸਭਾ 'ਚ ਮੋਦੀ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਕਿਸਾਨ ਵਿਰੋਧੀ ਕਾਲ਼ੇ ਕਾਨੂੰਨਾਂ ਦੇ ਖ਼ਿਲਾਫ ਮਤਾ ਪਾਇਆ। ਕੇਜਰੀਵਾਲ ਨੇ ਖੁੱਦ ਆਪਣੇ ਹੱਥਾਂ ਨਾਲ਼ ਫਾੜੀਆਂ ਕਾਲ਼ੇ ਕਾਨੂੰਨਾਂ ਦੀਆਂ ਕਾਪੀਆਂ।#KejriwalAgainstFarmBills#FarmersBill pic.twitter.com/TLnewiNqfQ
— AAP Punjab (@AAPPunjab) December 17, 2020
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