Arvind Kejriwal ने चीन से व्यापार बंद करने की मांग की, कहा- इससे उसे सबक मिलेगा और भारत में रोजगार
अपने ट्वीट में अरविंद केजरीवाल ने लिखा कि हम चीन से अपना व्यापार क्यों नहीं बंद करते? उन्होंने साफ तौर पर कहा कि चीन से आयात की जाने वाली अधिकतर वस्तुयें भारत में बनती हैं। इस से चीन को सबक़ मिलेगा और भारत में रोज़गार।
भारत और चीन के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। हाल में ही चीन और भारतीय सेना के बीच अरुणाचल प्रदेश के तवांग में झड़प हो गई थी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में बताया कि चीन की सेना भारत में अतिक्रमण की कोशिश कर रही थी। भारतीय सेना की ओर से उन्हें वापस खदेड़ भेजा गया। हालांकि, विपक्ष लगातार सरकार घेरने की कोशिश कर रहा है। इन सब के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने चीन से व्यापार बंद करने की मांग कर दी। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इससे चीन को सबक मिलेगा।
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अपने ट्वीट में अरविंद केजरीवाल ने लिखा कि हम चीन से अपना व्यापार क्यों नहीं बंद करते? उन्होंने साफ तौर पर कहा कि चीन से आयात की जाने वाली अधिकतर वस्तुयें भारत में बनती हैं। इस से चीन को सबक़ मिलेगा और भारत में रोज़गार। दूसरी ओर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि भारतीय सेना चीनी सेना की आंखों में देख रही है। हमारी सेना तय करेगी कि कब कौन सी जानकारी साझा करनी है और किसको विश्वास में लेना है और यह सेना की रणनीति के आधार पर होगा। उन्होंने कहा कि सेना की सहमति से जो भी जानकारी साझा करने की जरूरत होगी, उसे रक्षा मंत्री साझा करेंगे।
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हालांकि, संसद में भी जबरदस्त तरीके से सरकार को घेरने की कोशिश भी विपक्ष की ओर से की जा रही है। संसद में कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के सदस्यों नेबुधवार को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत एवं चीन के सैनिकों के बीच पिछले दिनों हुई झड़प के मुद्दे को फिर उठाया और इस पर चर्चा कराने की मांग की। दोनों सदनों में इस मुद्दे पर चर्चा की अनुमति नहीं मिलने पर विभिन्न विपक्षी दलों के सदस्यों ने वॉकआउट किया। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने शून्यकाल में चीनी अतिक्रमण के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की।
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