आधिकारिक जर्सी नहीं पहनने पर मुकुंद के खिलाफ कार्रवाई कर सकता एआईटीए, आचार संहिता लागू की

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मेरा तो यहां तक मानना है कि अगर आप भारत के लिए खेल रहे हैं तो आपको प्रायोजन राशि भी छोड़ देनी चाहिए।’’ एआईटीए के महासचिव अनिल धूपर ने कहा कि उन्होंने खिलाड़ियों के लिए आचार संहिता लागू की है और सभी खिलाड़ियों को इसका पालन करना होगा। उन्होंने कहा,‘‘खिलाड़ियों के लिए आचार संहिता अभी कार्यकारी समिति के सदस्यों के पास है। यह तुरंत प्रभाव से लागू हो जाएगी। यह सीनियर से लेकर जूनियर वर्ग सभी पर लागू होगी।’’धूपर से पूछा गया कि क्या एआईटीए मुकुंद के खिलाफ कार्रवाई करेगा, उन्होंने कहा,‘‘मुकुंद ने माफी मांग ली है लेकिन हम अभी इस मामले पर चर्चा कर रहे हैं।

अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) मोरक्को के खिलाफ डेविस कप मुकाबले के दौरान आधिकारिक जर्सी नहीं पहनने के लिए शशि मुकुंद के खिलाफ कार्रवाई करने पर विचार कर रहा है और भविष्य में अनुशासन सुनिश्चित करने के लिए उसने खिलाड़ियों के लिए आचार संहिता लागू की है। मुकुंद ने 16 सितंबर को यासीन दलिमी के खिलाफ विश्व ग्रुप दो के प्लेऑफ मुकाबले के शुरुआती एकल मैच में कप्तान रोहित राजपाल से ‘अनुमति’ लेकर आधिकारिक भारतीय टीम प्रायोजक ओओके के बजाय अपने निजी प्रायोजक द्वारा उपलब्ध कराई गई जर्सी पहनी थी। यही नहीं मुकुंद ने जो जर्सी पहनी थी उसमें ‘इंडिया’ की स्पेलिंग सही नहीं थी। टीम के प्रायोजक ने एआईटीए को यह बात बताई। मुकुंद ने जो जर्सी पहनी थी उसके पीछे टीम के नाम में एक अतिरिक्त ‘आई’ था।

यह उल्लेखनीय है की आधिकारिक प्रायोजक ने केवल किट मुहैया कराई थी तथा एआईटीए या इस मुकाबले का हिस्सा रहे खिलाड़ियों को किसी तरह की प्रायोजन राशि नहीं दी थी। भारत ने लखनऊ में खेला गया यह मुकाबला 4-1 से जीता था। एआईटीए ने 28 सितंबर को मुकुंद को कारण बताओ नोटिस जारी किया था और सात दिन के अंदर जवाब देने के लिए कहा था। मुकुंद ने 3 अक्टूबर को भेजे अपने जवाब में कहा था कि ओओके से प्राप्त शॉर्ट्स आरामदायक नहीं थे। मुकुंद ने इसके साथ ही लिखा था कि उन्होंने अपने प्रायोजक द्वारा मुहैया कराई गई जर्सी पहनने के लिए राजपाल और कोच जीशान अली से अनुमति ली थी। मुकुंद ने कहा कि उन्हें अपने प्रायोजक से आठ टी-शर्ट मिली थी और दुर्भाग्य से उन्होंने वह जर्सी पहनी जिसमें प्रिंटिंग की गलती थी।

मुकुंद ने इस गलती के लिए माफी मांगते हुए कहा,‘‘मैं अपने देश का बहुत सम्मान करता हूं और कभी जानबूझकर ऐसा काम नहीं करूंगा जिससे उसकी छवि को नुकसान पहुंचे।’’ एआईटीए ने 13 अक्टूबर को मुकुंद को बताया कि उनका जवाब स्वीकार्य नहीं है क्योंकि कप्तान ने इस बात का खंडन किया है कि उन्होंने उन्हें अनुमति दी थी। मुकुंद ने हालांकि पीटीआई से कहा कि कप्तान ने उन्हें अनुमति दी थी। उन्होंने कहा,‘‘इसमें किसी तरह से धनराशि शामिल नहीं थी। खिलाड़ियों को इस मुकाबले में खेलने के लिए कोई प्रयोजन राशि नहीं दी गई थी। आधिकारिक प्रायोजक ने केवल किट मुहैया कराई थी। कप्तान राजपाल इस बात को जानते थे और उन्होंने मुझे अनुमति दी थी।’’ भारतीय कप्तान राजपाल ने हालांकि कहा कि इस मामले में कुछ गलतफहमी हो गई है।

राजपाल ने पीटीआई से कहा,‘‘मुझे लगता है कि इस मामले में कुछ गलतफहमी हो गई है। चीजों को व्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ाने के लिए सभी खिलाड़ियों को बिना किसी अपवाद के आधिकारिक जर्सी पहननी चाहिए। हम भारत के लिए खेल रहे हैं। मेरा तो यहां तक मानना है कि अगर आप भारत के लिए खेल रहे हैं तो आपको प्रायोजन राशि भी छोड़ देनी चाहिए।’’ एआईटीए के महासचिव अनिल धूपर ने कहा कि उन्होंने खिलाड़ियों के लिए आचार संहिता लागू की है और सभी खिलाड़ियों को इसका पालन करना होगा। उन्होंने कहा,‘‘खिलाड़ियों के लिए आचार संहिता अभी कार्यकारी समिति के सदस्यों के पास है। यह तुरंत प्रभाव से लागू हो जाएगी। यह सीनियर से लेकर जूनियर वर्ग सभी पर लागू होगी।’’धूपर से पूछा गया कि क्या एआईटीए मुकुंद के खिलाफ कार्रवाई करेगा, उन्होंने कहा,‘‘मुकुंद ने माफी मांग ली है लेकिन हम अभी इस मामले पर चर्चा कर रहे हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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