घोड़ियों को लीज पर देने की तैयारी (व्यंग्य)
मंदिरों के पट बंद हैं, लेकिन पंडितों के मस्तिष्क के पट तो खुले हुए हैं। हमारे देश के पंडित जिनके पास हर समस्या का समाधान है। उन्होंने यजमानों से अपनी दक्षिणा लेकर ऑनलाइन शादी के मुहूर्त निकाल दिए हैं। वैसे भी पंडितों के अनुसार शुभ कार्यों को टालना नहीं चाहिए।
इस बार शादी-ब्याह के सीजन में शादियाँ नहीं हुई। सभी जवान घोड़ियाँ काफी उदास हो गई। शादियों में घोड़ियों को सजने-संवरने, नाचने, मटकने को बहुत मिलता था। ठुमक-ठुमक कर इतरा कर चलती मतवाली घोड़ी से ही बारात की शोभा बढ़ती है। शादी के सीजन में घोड़ियों के भाव बढ़ जाते थे। इस मौसम में घोड़ियों को सारी दुनिया रंगीन दिखाई देती थी, उन्हें पान खाने को मिलते थे।
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आखा तीज के दिन तो घोड़ियाँ पान चबाचबा कर मस्ती में आकर खूब नाचती थी। आखा तीज के दिन की खुमारी घोड़ियों में और घोड़ियों के मालिकों में कई दिनों तक रहती थी। इस बार आखा तीज पर और इस शादी के मौसम में कोई भी दूल्हा घोड़ी नहीं चढ़ा। कोरोना की वजह से सिर्फ जवान, चंचल, छैल छबीली घोड़ियाँ ही उदास नहीं हुई हैं बल्कि घोड़ों-घोड़ियों जैसे जवान लडके-लड़कियाँ भी उदास हो गए हैं और साथ में बन्ने की बारात में जाने वाले रिश्तेदार, यार-दोस्त भी मायूस हो गए हैं।
मंदिरों के पट बंद हैं, लेकिन पंडितों के मस्तिष्क के पट तो खुले हुए हैं। हमारे देश के पंडित जिनके पास हर समस्या का समाधान है। उन्होंने यजमानों से अपनी दक्षिणा लेकर ऑनलाइन शादी के मुहूर्त निकाल दिए हैं। वैसे भी पंडितों के अनुसार शुभ कार्यों को टालना नहीं चाहिए। पंडितों ने अलग से और दक्षिणा लेकर तीन साल बाद के गौने के मुहूर्त भी निकाल दिए। पंडितों ने एक और महत्वपूर्ण सलाह दी कि शादी के समय किए जाने वाला सारा तामझाम गौने के वक्त कर लेना। दूल्हे की घुड़चढ़ी गौने के समय करवा लेना। पंडितों ने गौने के बाद होने वाली सत्यनारायण की पूजा संपन्न करवाने के लिए भी एडवांस बुकिंग कर ली हैं।
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दूसरी तरफ पंडितों ने घोड़ियों के मालिकों से भी तीन बार दक्षिणा लेकर उनकी और घोड़ियों की समस्या भी हल कर दी। पंडितों ने घोड़ियों के मालिकों को सलाह दी कि हम अभी वर-वधु की ऑनलाइन शादियाँ करवा रहे हैं और गौने का मुहूर्त भी तीन साल के बाद का निकाल दिया है। आप इन यजमानों से इनके नाम के आगे लिखे मोबाइल नंबर पर संपर्क करके गौने के लिए अपनी घोड़ियों की एडवांस बुकिंग शुरू कर दो। पंडितों ने दूसरी सलाह दी कि ऑनलाइन शादी के वक्त बन्ने के साथ घोड़ी की एक सेल्फी लगेगी, आप घोड़ी के साथ सेल्फी निकालने की फीस यजमानों से वसूल कर लेना। पंडितों ने घोड़ियों के मालिकों को तीसरी राय दी कि जिस तरह सरकार मेट्रो ट्रेन को लीज पर देने की तैयार कर रही है उसी प्रकार आप अपनी घोड़ियों को पर्यावरण प्रेमियों को तीन वर्ष के लिए लीज पर देने की तैयारी प्रारम्भ करों। इससे घोड़ियों की उदासी दूर होगी और आप लोगों की भी कड़की दूर हो जायेगी।
दीपक गिरकर
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