लोगों के गुस्से का भी शिकार हो चुकी थी लता मंगेशकर, इस वजह से आलोचनाओं का करना पड़ा था सामना
स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर दो दशक पहले तब विवादों में आई थीं जब उन्होंने पेड्डर रोड पर प्रस्तावित फ्लाईओवर को लेकर आपत्ति जताई थी, जो दक्षिण मुंबई में प्रभा कुंज स्थित उनके आवास से गुजरने वाली थी।
मुंबई। स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर दो दशक पहले तब विवादों में आई थीं जब उन्होंने पेड्डर रोड पर प्रस्तावित फ्लाईओवर को लेकर आपत्ति जताई थी, जो दक्षिण मुंबई में प्रभा कुंज स्थित उनके आवास से गुजरने वाली थी। गिरगांव चौपाटी से लेकर हाजी अली जंक्शन तक पेड्डार रोड पर 4.1 किलोमीटर लंबे फ्लाईओवर को बनाने की योजना वर्ष 2000 में बनी थी जिसका विरोध लता मंगेशकर और उनकी बहन आशा भोसले सहित स्थानीय निवासियों ने किया था। पेड्डर रोड दक्षिण मुंबई में तारदेव और मालाबार हिल्स को जोड़ता है और यहां कई धनाढ्य लोग रहते हैं।
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लता और आशा ने अन्य निवासियों के साथ मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख से मुलाकात कर फ्लाईओवर के निर्माण का विरोध किया था। दोनों बहनों ने विधान भवन के प्रेस कक्ष में मीडिया से बात की थी और चेतावनी दी थी कि अगर इस परियोजना का निर्माण हुआ तो वे मुंबई छोड़ देंगी। लता ने कहा था कि वह पुणे या कोल्हापुर चली जाएंगी।
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‘‘मुंबई छोड़ने’’ के बयान के लिए दोनों बहनों की आलोचना हुई थी और आलोचकों ने कहा था कि महानगर के अन्य हिस्सों में जब फ्लाईओवर बनते हैं तो आम निवासियों से नहीं पूछा जाता है। कई वर्षों बाद यह परियोजना रोक दी गई। इसके पीछे का कारण स्थानीय निवासियों का दबाव और दक्षिण मुंबई में एक तटीय रोड का निर्माण भी बताया गया।
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