By रितिका कमठान | Dec 13, 2024
वर्ष 2024 उद्योग जगत के लिए काफी शानदार रहा है। इस दौरान कई उतार चढ़ाव को देखते हुए वर्ष भर कई तरह के कदम उठाए गए है। देश और दुनिया में कई बदलाव देखने को मिले है। इस वर्ष की शुरुआत हुई अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की शादी से, जो कई महीनों तक ना सिर्फ जारी रही बल्कि चर्चाओं में भी बनी रही। वर्ष 2024 में कई ऐसी खबरें रही जो सुर्खियों में बनी रही।
इस दौरान सेबी अडानी, अडानी की नेटवर्थ, अंबानी की नेटवर्थ, रतन टाटा का निधन जैसे कई मुद्दे थे जिन पर लगातार चर्चा हुई है। इस वर्ष की प्रमुख समाचार में एआई की लहर, आईटी उद्योग, सौदों का प्रभाव, सेमीकंडक्टर कंपनियां, आदि शामिल है।
आईटी उद्योग में छंटनी
भारत में आईटी उद्योग में 2024 में बड़ी संख्या में छंटनी देखने को मिली है। इस वर्ष कई बड़ी कंपनियों में छंटनी हुई है, जिसमें गूगल, सेल्सफोर्स और सिस्को जैसी कंपनियां शामिल है। गौरतलब है कि गूगल ने जनवरी में 1,000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाला, जबकि सेल्सफोर्स ने लगभग 700 कर्मचारियों की छंटनी की। सिस्को ने अपने वैश्विक कर्मचारियों में से 5% की छंटनी करने की योजना की भी पुष्टि की है।
ब्रॉडकॉम द्वारा वीएमवेयर का अधिग्रहण
मार्च 2024 में, ब्रॉडकॉम ने वीएमवेयर का $28 बिलियन का अधिग्रहण पूरा किया, जो आईटी उद्योग में सबसे बड़े अधिग्रहणों में से एक है। इस सौदे ने दोनों कंपनियों की निगरानी और साइबर सुरक्षा प्रौद्योगिकी की ताकत को एक साथ जोड़ दिया¹।
रैनसमवेयर हमले और आईटी सिस्टम उल्लंघन
भारत ने 2024 में कई हाई-प्रोफाइल रैनसमवेयर हमले और आईटी सिस्टम उल्लंघन देखे। उदाहरण के लिए, यूनाइटेडहेल्थ की ऑप्टम सहायक कंपनी के अंतर्गत एक इकाई चेंज हेल्थकेयर पर फरवरी में हमला किया गया, जिससे फार्मेसियों और रोगियों के लिए महत्वपूर्ण व्यवधान उत्पन्न हुआ।
एनवीडिया का उदय और इंटेल का संघर्ष
भारतीय बाजार में 2024 में एनवीडिया का उदय हुआ, जिसमें कंपनी के राजस्व में वर्ष के पहले छह महीनों में लगभग 171% की वृद्धि हुई। इसके विपरीत, इंटेल ने संघर्ष किया, लागत में कटौती के प्रयास के तहत लगभग 15,000 नौकरियों को समाप्त करने की योजना की घोषणा की।
सिस्को का पुनर्गठन
सिस्को सिस्टम्स ने फरवरी 2024 में एक प्रमुख पुनर्गठन योजना की घोषणा की, जिसमें लगभग 4,250 कर्मचारियों की छंटनी शामिल थी। कंपनी ने कमजोर उत्पाद राजस्व और प्रमुख विकास क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए खर्चों को समायोजित करने की आवश्यकता का हवाला दिया।
रतन टाटा का निधन
इस वर्ष उद्योग जगत को भारी नुकसान तब उठाना पड़ा जब भारत के चहेते और प्रेरणा देने वाले उद्योगपति रतन टाटा का निधन हो गया। 86 वर्ष की आयु में उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा था। इस घटना के बाद पूरा देख शोक में डूबा था। रतन टाटा को देश उनकी सरलता, पशुओं के प्रति प्रेम, समाज कल्याण के लिए जानता है।
सेबी अडानी मामला
अडानी ग्रुप अमेरिका से लेकर भारत तक में घिरता दिखा है। हिंडनबर्ग और अडानी मामला चर्चा में आने के बाद ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा था। अमेरिकी फर्म ने मार्केट रेग्युलेटर सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच को लेकर रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें अडानी समूह से लिंक होने का दावा किया था। बता दें कि हिंडनबर्ग ने बीते वर्ष भी अरबपति गौतम अडानी के नेतृत्व वाले अडानी ग्रुप पर कर्ज और कंपनियों के शेयरों में हेरफेर का आरोप लगाते हुए रिसर्च रिपोर्ट पब्लिश की थी। इसके बाद अडानी ग्रुप को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। इस मामले के बाद अडानी की संपत्ति में भारी गिरावट आई थी। वो शीर्ष अरबपति उद्योपतियों की सूची से बाहर भी हो गए थे।
राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा बनें आरबीआई गवर्नर
राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा भारतीय रिजर्व बैंक के 26वें गवर्नर नियुक्त किए गए है। पूर्व गवर्नर शक्तिकांत दास का छह साल का कार्यकाल समाप्त होने के बाद उनकी नियुक्ति हुई है।