By निधि अविनाश | Feb 26, 2022
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शांति बनाए रखने की अपील के बावजूद रूस लगातार यूक्रेन पर हमला कर रहा है और अब तक के युद्ध से यूक्रेन को काफी नुकसान पहुंचा है। लोग मजबूरी और डर से बंकरों में छिपने को मजबूर हो रहे है। रूस पर दबाव बनाए रखने की भी कोशिश एक तरफ जारी है लेकिन आज यानि शुक्रवार को दूसरे दिन भी यूक्रेन पर हमते तेज हो रखे हैं।
जंग के बीच, अमेरिकी सरकार और यूरोपीय देशों ने शुक्रवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। यूरोपीय संघ परिषद के अध्यक्ष ने रूस पर यूक्रेन पर अपने आक्रमण को सही ठहराने के लिए झूठे और बेकार बहाने बनाने का आरोप लगाया है। यूरोपीय संघ आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने बयान जारी कर कहा कि, रूस पर लगाए जा रहे इन प्रतिबंधों से पुतिन सराकार को बहुत नकसान झेलना होगा।
साथ ही कहा कि, इस प्रतिबंध से रूस के 70 प्रतिशत बैंकिंग बाजार और प्रमुख सरकारी कम्पनियों को नुकसान होगा। बता दें कि, पुतिन को प्रतिंबध के उस सूची में डाल दिया गया है जिसमें पहले से ही सीरिया, उत्तर कोरिया और बेलारूस के नेता शामिल हैं। वहीं व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जेन साकी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के साथ फोन पर बातचीत के बाद पुतिन, लावरोव और अन्य अधिकारियों को निशाना बनाने का फैसला किया।
गौरतलब है कि, शुक्रवार को यूरोपीय संघ के राज्य और ब्रिटेन ने भी पुतिन और लावरोव की किसी भी यूरोपीय संपत्ति को फ्रीज करने को लेकर सहमती जताई थी। अमेरिकी सरकार ने यूक्रेन पर हमले के लिए दो अन्य रूसी अधिकारियों रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और चीफ ऑफ जनरल स्टाफ वालेरी गेरासिमोव पर भी प्रतिंबध लगाने का आदेश दिया है। ट्विटर पर साकी ने कहा कि, ट्रेजरी विभाग रूस के डायरेक्ट इंवेस्टमेंट फंड पर भी प्रतिंबध लगाएगा। ट्रेजरी के प्रवक्ता ने कहा कि रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष के खिलाफ कार्रवाई अगले कुछ दिनों में की जाएगी।