By अंकित सिंह | Mar 03, 2023
त्रिपुरा विधानसभा नतीजों में एक बार फिर से भाजपा गठबंधन को बहुमत हासिल हुई है। त्रिपुरा में एक बार फिर से भाजपा सरकार बनाने जा रही है। 60 सीटों वाली त्रिपुरा विधानसभा में सरकार बनाने के लिए 31 सीटों की आवश्यकता होती है। भाजपा ने अपने दम पर 32 सीटें जीती हैं। जबकि एक सीट उसके गठबंधन सहयोगी के खाते में गई है। भाजपा के और से मुख्यमंत्री रहे माणिक साहा ने राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपा है। साथ ही साथ नई सरकार बनाने का दावा पेश किया है। माणिक साहा के मुताबिक 8 मार्च को शपथ ग्रहण समारोह होने की संभावना है।
सूत्रों के मुताबिक के भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की ओर से समय मिलने के बाद ही शपथ ग्रहण समारोह की तिथि को फाइनल किया जाएगा। त्रिपुरा राज्य इकाई की कोशिश की शपथ ग्रहण समारोह को भव्य बनाया जाए ताकि देश भर में एक बड़ा संदेश जाए। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई बड़े नेताओं को शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया जाएगा। खबर तो यह भी है कि गुजरात और उत्तर प्रदेश की ही तरह भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी त्रिपुरा के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, इसको लेकर अब तक पुष्टि नहीं हुई है।
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा सौंपने पर माणिक साहा ने कहा कि हम लोग आज राज्यपाल के पास आए हैं और मैंने अपना इस्तीफा उनको सौंपा लेकिन राज्यपाल ने कहा कि जब तक नई सरकार नहीं बनती तब तक मैं काम करूं। उन्होंने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह 8 मार्च को होने की संभावना है। मुख्यमंत्री पद पर कम समय रहने के बावजूद माणिक साहा ने बृहस्पतिवार को अपनी पार्टी भाजपा को सीमावर्ती राज्य त्रिपुरा में दूसरे कार्यकाल के लिए जीत दिलाई। करीब छह साल पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए साहा ने टाउन बोरडोवाली सीट पर कांग्रेस नेता आशीष कुमार साहा को 1,257 वोट से हराया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई नेता भी इस सीट पर साहा के लिए ‘‘मुकाबला कठिन’’ मान रहे थे।