कुंडली में चंद्र दोष से छुटकारा पाने के लिए मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन, इन सफेद चीजों का करें दान

By दिव्यांशी भदौरिया | Dec 14, 2024

सनातन धर्म में पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी जी की पूजा-अर्चना करने विधान है। पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान, मंदिर या गरीब को दान करना शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यता है इन कार्यों के करने से व्यक्ति के जन्म-जन्मांतर के सभी पाप दूर हो जाते हैं। वहीं, जिन लोगों की कुंडली में चंद्रमा कमजोर होता है, तो उन लोगों को जीवन में आर्थिक समस्याएं, मानसिक तनाव और घर-परिवार में समस्याएं भी देखने को मिलता है। चंद्र दोष को दूर करने के लिए इन सफेद चीजों का दान जरुर करें।

मार्गशीर्ष पूर्णिमा कब है?


हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 14 दिसंबर को दोपहर 04 बजकर 58 मिनट पर होगी और इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 15 दिसंबर को 02 बजकर 31 मिनट पर होगा। इसलिए 15 दिसंबरको पूर्णिमा मनाया जाएगा।


इन चीजों का दान करें


- यदि आप काम में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं, तो पूर्णिमा के दिन मंदिर या गरीब लोगों को चावल का दान करें। आप चाहे तो चावल की खीर बनाकर भी दान कर सकते हैं। माना जाता है कि पूर्णिमा के दिन चावल का दान करने से जातक के रुके हुए कार्य भी पूरे होने लगते हैं।


- मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी उठकर पूजा-अर्चना करने के बाद दूध का दान करें। ऐसा करने से घर से नकारात्मक एनर्जी दूर हो जाती है।


- यदि आप धन लाभ चाहते हैं, तो इस दिन चांदी का दान कर सकते हैं। माना जाता है कि चांदी का दान करने से कुंडली में चंद्र ग्रह मजबूत होता है और धन एवं जातक के मान-सम्मान में भी बढ़ता है।


- इस दिन सुहागिन महिलाएं श्रृंगार की चीजों का दान कर सकती है। माना जाता है कि इन चीजों के दान करने से व्यक्ति को माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और शादीशुदा जीवन भी बढ़िया होता है और पति पत्नी के रिश्ते मजबूत होते हैं। 

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