By अंकित सिंह | May 13, 2023
कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने शुरू हो गए हैं। कर्नाटक में कांग्रेस ने जबरदस्त जीत हासिल की है। कांग्रेस की जीत के लिए कई कारण माने जा रहे हैं। सबसे बड़ा कारण यह है कि कांग्रेस ने यहां पर मिलकर चुनाव लड़ा। पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच जो भी मतभेद थे, उसको कांग्रेस ने दूर करने में सफलता हासिल की जिसका नतीजा अब उन्हें मिला है। कांग्रेस के लिए राजस्थान में चुनौती अभी भी बरकरार है। राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राज्य कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट आमने-सामने हैं। कांग्रेस राजस्थान के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने इस बात को स्वीकार किया है कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच में मतभेद है।
हालांकि रंधावा ने यह भी कहा है कि इसे हम जल्द से जल्द मजबूती से सुलझाया जाएगा। अपने बयान में सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि मैं स्वीकार करता हूं कि हमारे बीच मतभेद हैं और उन्हें नहीं होना चाहिए। इसे (सचिन पायलट और सीएम गहलोत के बीच मतभेद) मजबूती से सुलझाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक में एकजुट होकर लड़े और हम राजस्थान में भी ऐसा ही करेंगे। आपको बता दें कि फिलहाल सचिन पायलट जन संघर्ष यात्रा निकाल रहे हैं। इसको सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सचिन पायलट की निजी यात्रा करा दिया था। सचिन पायलट लगातार अशोक गहलोत सरकार पर सवाल उठाते रहे हैं। पिछले दिनों सचिन पायलट ने अनशन भी किया था।
सुखजिंदर सिंह रंधावा ने खुद कहा था कि सचिन पायलट का अनशन पार्टी के खिलाफ था। सचिन पायलट और अशोक गहलोत एक-दूसरे पर निशाना साधने का मौका भी नहीं छोड़ते। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने दोनों को एक साथ करने की कोशिश की थी। राहुल गांधी ने साफ तौर पर कहा था कि हमारे बीच सब कुछ ठीक है। कोई मतभेद नहीं है। लेकिन एक बार फिर से हाल के दिनों में यह मतभेद साफ तौर पर देखने को मिल रहा है। राजस्थान में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। पायलट व मुख्यमंत्री गहलोत के बीच 2018 के आखिर में राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के समय से ही नेतृत्व को लेकर खींचतान चली आ रही है।