By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 01, 2023
अमरावती। अमरावती के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर शनिवार को जो बस हादसा हुआ है, उसकी वजह टायर का फटना नहीं हो सकता है क्योंकि दुर्घटनास्थल पर रबड़ के टुकड़े या टायर के निशान नहीं मिले हैं। रिपोर्ट इस हादसे में बाल-बाल बच गये लोगों के बयानों पर आधारित है। उसमें कहा गया है कि दुर्घटनास्थल पर (टायर फटने के बाद उसके टुकड़ों का) कोई सबूत नहीं मिला है या टायर के निशान नहीं हैं बल्कि पहिये के डिस्क का निशान है जो मुड़ गया था।
महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में सिंदखेडराजा के पास समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर एक बस में आग लगने से 25 यात्रियों की झुलस कर मौत हो गई, जबकि आठ घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आरटीओ की रिपोर्ट के मुताबिक एक यात्री ने बताया कि बस पहले सड़क के दाहिने तरफ लोहे के एक खंभे से टकरायी और चालक उसपर नियंत्रण खो बैठा, फिर वह डिवाइडर से जा भिड़ी। रिपोर्ट में कहा गया है कि डिवाइडर से अगले टायर के टकराने का असर इतना अधिक था कि आगे का धुरा (एक्सल) बस से निकल गया।
रिपोर्ट के अनुसार बस का दाहिना हिस्सा, जहां डीजल का टैंक होता है, फिर डिवाइडर से टकराया जिसके फलस्वरूप बस विखंडित हो गयी। रिपोर्ट के मुताबिक जब अगला धुरा अलग हो गया तब बस का अगला हिस्सा सड़क से टकराया, फलस्वरूप घर्षण से उष्मा और अग्नि पैदा हुई (क्योंकि बस चालू स्थिति में थी, ऐसे में तेल का तापमान भी अधिक था।) रिपोर्ट में कहा गया कि अगला धुरा हट जाने के कारण बस कुछ दूर तक घसीटती गयी एवं बायीं तरफ से पलट गयी , फलस्वरूप आग लग गयी। बायीं तरफ से बस के पलट जाने से प्रवेश और निकास द्वार बंद हो गया तथा दुर्घटना के प्रभाव के कारण आपात निकास द्वार ने भी काम करना बंद कर दिया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि रफ्तार हादसे की वजह नहीं जान पड़ती है क्योंकि बस को समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर प्रवेश बिंदु से सिंदखेडराजा स्थित दुर्घटनास्थल तक 152 किलोमीटर का सफर तय करने में दो घंटे 24 मिनट लगे। बस रात 11 बजकर आठ मिनट पर एक्सप्रेस-वे पर पहुंची और यह हादसा 152 किलोमीटर दूर एक बजकर 32 मिनट पर हुआ था यानी बस 70 किलोमीटर प्रति घंटे की औसत गति से चल रही थी।