By अंकित सिंह | May 15, 2023
राजस्थान में इस वक्त राजनीतिक हलचल तेज है। राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। लेकिन कांग्रेस के लिए परिस्थितियां लगातार खराब होती जा रही हैं। दरअसल, कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेता मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट आमने-सामने हैं। सचिन पायलट जन संघर्ष यात्रा निकाल रहे थे। आज अपने जन संघर्ष यात्रा के दौरान उन्होंने एक बार फिर से भ्रष्टाचार को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी यह लड़ाई जारी रहेगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारी कथनी और करनी में फर्क नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई को लेकर मैंने चिट्ठी लिखी लेकिन अब तक इस पर कुछ नहीं हुआ।
माना जा रहा है कि सचिन पायलट अपनी ही सरकार को लेकर यात्रा निकाल रहे हैं। फिलहाल इस यात्रा पर चर्चा राजस्थान में जबरदस्त तरीके से गर्म है। सचिन पायलट ने कहा कि राजस्थान में दावा किया जाता है कि सरकार दोबारा रिपीट नहीं करती है। लेकिन हमें सरकार बनाकर दिखानी है। आज सचिन पायलट का जन संघर्ष यात्रा खत्म हो रहा है। इस दौरान वह अपना संबोधन दे रहे थे। उन्होंने हुंकार भरते हुए साफ तोर पर कहा है कि मैं किसी पद पर रहूं या ना रहूं। राजस्थान की जनता की सेवा करता रहूंगा। डरने वाला नहीं हूं, दबने वाला नहीं हूं। आपके लिए लड़ा हूं और लड़कर रहूंगा। उन्होंने सरका कि हमने सरकार के समक्ष अपनी मांगे रखी हैं और अगर इस महीने के आखिर तक यह मानी नहीं जाती है तो हम पूरे प्रदेश में हम आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि अभी तक गांधीवादी तरीके से अपनी बात रख रहे थे।
सचिन पायलट ने अपना हमला जारी रखते हुए साफ तौर पर कहा कि 2013 में हमारे पार्टी के सिर्फ 21 विधायक रह गए थे। सोनिया गांधी ने उनसे बुलाकर कहा था कि आप अध्यक्ष बनो। सचिन पायलट ने कहा कि हमने 5 साल तक वसुंधरा राज्य की सरकार के खिलाफ जबरदस्त विरोध किया। हमने उनकी नीतियों का विरोध किया। लेकिन जब हमारी सरकार बनी तो अब तक पहले की सरकारों में हुए भ्रष्टाचार को लेकर कोई कार्यवाही नहीं हुई है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि मैं अपनी आखिरी सांस तक लोगों की सेवा करूंगा, मुझे किसी बात का डर नहीं है। कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने राजस्थान लोक सेवा आयोग को भंग कर, इसके पुनर्गठन की मांग की है।