By अंकित सिंह | May 15, 2023
राजस्थान में कांग्रेस के भीतर घमासान मची हुई है। सचिन पायलट ने अपनी जन संघर्ष यात्रा शुरू की थी। आज उसका पांचवा दिन है। आज यह यात्रा समाप्त हो जाएगी। सचिन पायलट साफ तौर पर कह रहे हैं कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहने वाली है। राज्य में पिछली वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के दौरान हुए कथित भ्रष्टाचार के मामलों के विरोध में गुरुवार को यात्रा शुरू की गई थी। हालांकि, इसे राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनकी सरकार के खिलाफ भी देखा जा रहा है। सचिन पायलट की यात्रा के अंत में जनसभा से पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ने और लोगों का मनोबल बढ़ने की उम्मीद है।
महापुरा में अपनी जन संघर्ष यात्रा के पांचवे व आखिरी दिन कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि मैं भ्रष्टाचार के ख़िलाफ यात्रा कर रहा हूं इसमें कोई विरोधाभास नहीं है। मैंने कभी किसी की बुराई नहीं की, किसी पर आरोप नहीं लगाया, मेरी किसी से कभी अनबन नहीं हुई, मैं वही बात कह रहा हूं जो कांग्रेस के नेताओं सहित मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी कही थी और वह है कि सरकार भ्रष्टाचार के ख़िलाफ जांच करेगी। पायलट की इस यात्रा में भीड़ खूब देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार, पेपर लीक, नौजवानों के भविष्य, स्वच्छ राजनीति समेत जिन मुद्दे को लेकर यह जन संघर्ष यात्रा शुरू की, उन तमाम बातों को जनता ने स्वीकार किया है।
पायलट ने अपने समर्थकों का आभार व्यक्त किया और जयपुर में कमला नेहरू नगर के पास अपनी यात्रा के पांचवें और अंतिम दिन आयोजित होने वाली अपनी सार्वजनिक रैली में लोगों को आमंत्रित किया। पायलट ने भ्रष्टाचार और सरकारी भर्ती परीक्षा के पर्चा लीक होने के मुद्दे पर बृहस्पतिवार को अपनी यात्रा अजमेर से शुरू की थी। पायलट के एक सहयोगी ने बताया कि यात्रा को लोगों का जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। चाहे युवा हों या बुजुर्ग, सभी पदयात्रा में शामिल हो रहे हैं। यात्रा को राजस्थान में इस चुनावी साल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व कांग्रेस आलाकमान पर दबाव बनाने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। राज्य में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं और कांग्रेस दोबारा सत्ता में लौटने की उम्मीद कर रही है।