By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 14, 2022
नयी दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि भारत और फ्रांस ने हिन्द प्रशांत त्रिस्तरीय विकास सहयोग स्थापित करने की दिशा में काम करने पर सहमति व्यक्त की जो विकास परियोजनाओं को सुगम बनाने में मदद करेगा। जयशंकर ने फ्रांस की विदेश मंत्री कैथरीन कोलोना के साथ वार्ता के बाद यह बात कही। कोलोना के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा कि उनकी चर्चा में यूक्रेन संघर्ष, हिंद-प्रशांत तनाव, अफगानिस्तान में घटनाक्रम, कोरोना महामारी के परिणाम, संयुक्त समग्र कार्य योजना जैसे मुद्दे शामिल थे।
जयशंकर ने कहा, ‘‘ हमने भारत और फ्रांस ने हिन्द प्रशांत त्रिस्तरीय विकास सहयोग स्थापित करने की दिशा में काम करने पर सहमति व्यक्त की जो विकास परियोजनाओं को सुगम बनाने में मदद करेगा, खास तौर पर अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन के ढांचे के तहत। ’’ उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन ने तीन देशों में परियोजनाओं को गति प्रदान की है जो भूटान, पापुआ न्यूगिनी और सेनेगल में भारत एवं फ्रांस के साथ आने के प्रभाव को प्रदर्शित करता है।
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि भारत फ्रांस को एक बड़ी शक्ति के रूप में देखता है और यह बहु-ध्रुवीयता के उद्भव का केंद्र है। फ्रांस की विदेश मंत्री कैथरीन कोलोना के साथ वार्ता के बाद जयशंकर ने कहा, ‘‘ फ्रांस और भारत सही अर्थों में विश्वसनीय भागीदार हैं। फ्रांस भारत की चिंताओं और प्राथमिकताओं के प्रति बेहद संवेदनशील रहा है।’’ उन्होंने कहा कि हिन्द प्रशांत त्रिस्तरीय सहयोग भारतीय नवोन्मेषकों और स्टार्टअप के लिये एक मंच प्रदान करेगा। वहीं, फ्रांस की विदेश मंत्री कैथरीन कोलोना ने कहा कि यूक्रेन में जो कुछ भी हो रहा है, वह न केवल यूरोप, बल्कि पूरे विश्व के लिए एक गंभीर मामला है।