By रितिका कमठान | Jul 04, 2023
समान नागरिक संहिता पर इन दिनों बहस छिड़ी हुई है। इसे लेकर सभी पार्टियां अपनी अपनी राय सामने रख रही है। इसी बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर बात की है। उन्होंने यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर कई तरह के सवाल उठाए है और इसका विरोध किया है।
भगवंत मान ने साफ तौर पर कहा कि भारत फूलों का गुलदस्ता है, जिसमें हर रंग का फूल होता है। हर रंग एक अलग संस्कृति को दर्शाता है। उन्होंने भाजपा से सवाल किया कि क्या पार्टी चाहती है कि देश में सिर्फ एक ही रंग का गुलदस्ता रहे? मगर इसकी इजाजत नहीं होगी। हर संस्कृति मं अपने रीति रिवाज हैं। इसे लागू करने से पहले सभी की सहमति लेनी चाहिए। इसके बाद इसे लागू करने पर विचार करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि संविधान में साफ लिखा गया है कि इस तरह के कोड तब लागू होने चाहिए जब सभी समान हो जाएं। मगर अभी सब समान नहीं है, ऐसे में इसे लागू करने का औचित्य क्या है? देश में कई दबे कुचले लोग हैं, जिनके पास पर्याप्त सुविधाएं नहीं है। किसी को पढ़ने की सुविधा नहीं है तो कोई अन्य कारण से पीछे है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कुछ पार्टियां धर्म के नाम पर वोट मांगती हैं मगर आप उन पार्टियों में से नहीं है।
वहीं मुख्यमंत्री भगवंत मान के इस बयान के बाद अब शिरोमणि अकाली दल ने अब आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है। अकाली दल के नेता दलजीत एस चीमा ने कहा है कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान तो आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर युनिफॉर्म सिविल कोड पर पार्टी का रुख स्पष्ट करने के लिए कहा है। आम आदमी पार्टी को इस संवेदनशील मुद्दे पर दोहरे मापदंडों को खत्म कर अपना रुख साफ करना चाहिए। पार्टी के दो नेता बेहद अहम मुद्दे पर अलग अलग बयान दे रहे है।
बता दें कि कुछ समय पहले ही आम आदमी पार्टी के उत्तराखंड के नेता संदीप पाठक ने यूनिफॉर्म सिविल कोड का समर्थन किया था। इस बयान के बाद भगवंत मान ने यूसीसी का विरोध कर दिया है, जिस कारण शिरोमणि अकाली दल भी पार्टी पर हावी हो गया है।