By अभिनय आकाश | Nov 17, 2022
गिफ्ट देने का चलन भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में बेहद ही पुराना है। हिंदी सिनेमा में उनके बारे में "तोहफा तो बस नाम है दिल के मेरा पगम है..." जैसे गीत लिखे गए हैं। एक छोटा सा तोहफा अपनापन बनाए रखने और रिश्तों में गर्माहट लाने के लिए कितना मुफीद है इस बात से तो हर कोई वाकिफ है। यही वजह है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडोनेशिया के बाली द्वीप में जी-20 शिखर सम्मेलन में इनकी अहमियत को समझा। पीएम ने इस मंच पर मौजूद विश्व के नेताओं को भारत की सांस्कृतिक विरासत को समेटे हुए गुजरात और हिमाचल प्रदेश की पारंपरिक कलाकृतियों से युक्त तोहफे दिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन से इतर अपने इतालवी समकक्ष जियोर्जिया मेलोनी से मुलाकात की और दोनों नेताओं ने व्यापार, ऊर्जा, रक्षा और आतंकवाद का मुकाबला करने सहित विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की। मोदी दो दिवसीय जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए बाली में हैं, जो मंगलवार से यहां शुरू हो रहा है। दोनों नेताओं ने व्यापार और निवेश, और लोगों सहित विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को गहरा करने पर चर्चा की है। जी-20 शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने इतालवी समकक्ष जियोर्जिया मेलोनी को उपहार में दिया गया पटोला पाटन दुपट्टा कोई छोटा उपहार नहीं है। पीएम के गृह राज्य में पाटन पटोला सिर्फ कपड़ा नहीं है बल्कि इसे दिया जाना भी सम्मान दिखाने का एक तरीका है। यह गुजरात की प्राचीन कला है। इसे पहनना और रखना गुजरात में शान की बात मानी जाती है। इसकी कीमत इतनी होती है कि यह कपड़ा आम लोगों की पहुंच से बाहर रहता है।
इतालवी पीएम जियोर्जिया मेलोनी ने भारतीय प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद ट्वीट करते हुए कहा कि पीएम मोदी के साथ यह बैठक हमारे द्विपक्षीय संबंधों की अभी तक अव्यक्त विकास क्षमता की हमारी आम इच्छा की पुष्टि करती है। इटली आने वाली आम चुनौतियों के आलोक में भी जी20 की आगामी भारतीय अध्यक्षता में अपना सहयोग सुनिश्चित करेगा।