By अंकित सिंह | Nov 29, 2024
संसद के शीतकालीन सत्र में आज भी गतिरोध जारी रहा। दोनों सदनों में विपक्ष के हंगामा के वजह से आज की कार्यवाही को स्थगित करनी पड़ी। इसका मतलब साफ है कि शीतकालीन सत्र के पहले सप्ताह में संसद के दोनों सदनों में कामकाज नहीं हो सका। संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत 25 नवंबर को हुई थी और विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण पहले सप्ताह में कोई महत्वपूर्ण विधायी कामकाज नहीं हो पाया। अब सोमवार 2 दिसंबर 2024 को सुबह 11 बजे से दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू होगी। लोकसभा की सदस्यता की शपथ लेने के एक दिन बाद शुक्रवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा सदन पहुंची और विपक्षी सदस्यों के साथ एकजुटता दिखाते हुए उनके साथ प्रदर्शन में शामिल हुईं।
विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण लोकसभा की बैठक शुक्रवार को एक बार के स्थगन के बाद पुन: शुरू होने के करीब 10 मिनट के अंदर दोपहर बारह बजकर 10 मिनट पर दिन भर के लिए स्थगित कर दी गयी। सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर जैसे ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल शुरू कराया, कांग्रेस और सपा के सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। कांग्रेस सदस्य अदाणी समूह से जुड़े मामले को उठा रहे थे, वहीं सपा सांसद संभल हिंसा का मुद्दा उठाते देखे गए। हंगामे के बीच ही स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने कुछ पूरक प्रश्नों के उत्तर भी दिए।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच शुक्रवार को कहा कि देश की जनता सांसदों एवं संसद के बारे में चिंतित है तथा वह चाहती है कि सदन की कार्यवाही चले। उन्होंने यह टिप्पणी प्रश्नकाल के दौरान विपक्षी सदस्यों से सदन की बैठक चलने देने की अपील करते हुए की। बिरला ने इस दौरान नारेबाजी कर रहे विपक्षी सदस्यों से कहा, ‘‘देश की जनता चाहती है कि सदन चले। कई माननीय विद्वानों ने लिखा है कि संसद चलनी चाहिए, चर्चा-संवाद होना चाहिए। सहमति और असहमति हमारे लोकतंत्र की ताकत है।’’ उनका कहना था, ‘‘मैं आग्रह करता हूं कि जनता की भावनाओं और उनकी आशाओं एवं आकांक्षाओं के अनुसार, आप सदन चलाने में सहयोग करें। आज स्वास्थ्य एवं महिलाओं पर प्रश्नकाल में चर्चा हो रही है। प्रश्नकाल आपका समय है।’’
अदाणी समूह के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों और दिल्ली में कानून व्यवस्था की स्थिति सहित विभिन्न मुद्दों पर तत्काल चर्चा कराए जाने की मांग खारिज होने के बाद शुक्रवार को विपक्ष ने राज्यसभा में हंगामा किया, जिसके कारण उच्च सदन की कार्यवाही आरंभ होने के कुछ ही देर बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। सुबह सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के भीम सिंह और जनता दल (यूनाईटेड) के संजय झा को जन्मदिन की बधाई दी गई। इसके बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए।
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को कहा कि विपक्षी दल व्यवधान पैदा करने व सामान्य कामकाज बाधित करने के लिए नियम 267 को एक हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। धनखड़ ने यह टिप्पणी विपक्षी सदस्यों की ओर से हर दिन नियम 267 के तहत नोटिस दिए जाने और पूर्व-निर्धारित एजेंडे को निलंबित कर उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों पर चर्चा की मांग किए जाने के मद्देनजर आई।