By अभिनय आकाश | Sep 14, 2022
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में भारत ने पाकिस्तान को कड़ी फटकार लगाई है। बैठक में भारत ने कहा कि पाकिस्तान सबसे ज्यादा आतंकियों को पनाह दे रहा है। पाकिस्तान का भारतीय लोगों के मानवाधिकार की चिंता करना सिर्फ और सिर्फ एक छलावा है। भारत ने अपने "दुर्भावनापूर्ण प्रचार" को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के मंच का एक बार फिर से दुरुपयोग करने के लिए पाकिस्तान की आलोचना करते हुए परिषद से इस्लामाबाद को अपने राज्य प्रायोजित आतंकवाद को समाप्त करने और क्षेत्रों में आतंकवादी ढांचे को खत्म करने के लिए विश्वसनीय कदम उठाने के लिए कहने का आग्रह किया है।
बता दें कि पाकिस्तान ने यूएचआरसी में आरोप लगाया था कि कश्मीर में मानवाधिकार का हनन हो रहा है। संयुक्त राष्ट्र जिनेवा कार्यालय में पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि खलील हाशमी ने भारत को लेकर निशाना साधा। पाकिस्तान के बयानों को खारिज करते हुए जिनेवा में भारत के स्थायी मिशन के प्रथम सचिव पवन कुमार बधे ने कहा कि वे हमारी प्रतिक्रिया के लायक नहीं हैं। भारत ने इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के बयान में भारत के लिए "तथ्यात्मक रूप से गलत और अनुचित संदर्भ" को भी खारिज कर दिया।
खलील हाशमी के बयान पर भारत ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भारत के फर्स्ट सेक्रेटरी पवन कुमार बढ़े ने राइट टू रिप्लाई का इस्तेमाल करते हुए कहा कि दुनिया के आतंकियों को पनाह देने वाला मुल्क, जिस देश में यूएन प्रतिबंधित आतंकी हों उस देश का मानवाधिकार पर बोलने से ज्यादा बड़ा झूठ कुछ नहीं हो सकता है। उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान का मानवाधिकार में सबसे बड़ा योगदान यही होगा कि वह आतंक की फैक्ट्री चलाना बंद कर दे।