By अभिनय आकाश | Apr 08, 2023
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अडानी मुद्दे का विरोध करने वालों को इस मुद्दे पर राकांपा प्रमुख शरद पवार की टिप्पणियों पर ध्यान देना चाहिए। यह एनसीपी सुप्रीमो द्वारा एनडीटीवी के साथ एक साक्षात्कार के दौरान अडानी समूह की संसदीय जांच के लिए विपक्ष के अभियान को खारिज करने के बाद आया है। शिंदे ने कहा कि इस तरह के बयान पहले भी अन्य व्यक्तियों द्वारा दिए गए थे और कुछ दिनों तक संसद में हंगामा भी हुआ था लेकिन इस बार इस मुद्दे को जरूरत से ज्यादा महत्व दिया गया।
उन्होंने कहा कि जब वे ऐसे मुद्दे उठाते हैं जो पूरे देश में हंगामा पैदा करते हैं, तो लागत देश की अर्थव्यवस्था द्वारा वहन की जाती है और कहा कि समूह पर हमला "लक्षित" लग रहा था। विपक्ष अमेरिका स्थित शॉर्टसेलर हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए आरोपों की संयुक्त संसदीय समिति की जांच की मांग कर रहा है।
शरद पवार ने कहा था कि गौतम अडानी को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है। जेपीसी की मांग करना सही नहीं है। एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के बयान के बाद सवाल उठे थे कि क्या महाविकास अघाड़ी में मतभेद हैं। फिर बाद में अपने बयान पर सफाई देते हुए पवार ने कहा कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट और संयुक्त संसदीय समिति की जांच की मांग को खारिज करते हुए एनसीपी प्रमुख ने शनिवार को कहा कि यह सच है कि एनसीपी उन विपक्षी दलों में से एक है जो संसद में अडानी मुद्दे पर जेपीसी की मांग में शामिल हो गए हैं। एक जेपीसी में सत्ता पक्ष से 15 लोग और विपक्ष से 5-6 लोग ही होंगे।