By रेनू तिवारी | Mar 26, 2022
पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद ने कहा कि प्रधान मंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान 4 अप्रैल को होने की संभावना है। इससे पहले पाकिस्तान की नेशनल असेंबली का महत्वपूर्ण सत्र प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किये बिना ही स्थगित कर दिया गया। इस दौरान विपक्षी सांसदों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। नेशनल असेंबली के अध्यक्ष असद कैसर ने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सांसद खयाल जमां के निधन के चलते सत्र को 28 मार्च शाम चार बजे तक के लिये स्थगित किया जाता है।
इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान 4 अप्रैल को होगा
इस्लामाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शेख राशिद ने दावा किया कि अविश्वास प्रस्ताव लाकर विपक्ष ने वास्तव में इमरान खान की मदद की है, जिनकी लोकप्रियता तब से कई गुना बढ़ गई है। जियो टीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि वे "मूर्ख" हैं क्योंकि उन्होंने इमरान खान की लोकप्रियता में एक प्रमुख भूमिका निभाई है।
शेख राशिद ने दोहराया कि अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के दिन सभी एमएनए (नेशनल असेंबली के सदस्य) पूरी तरह से सुरक्षित रहेंगे। उन्होंने कहा हमारे दुश्मन भी अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के दिन आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे सकते हैं। इसलिए हम सभी को राजनीतिक रूप से परिपक्व होने की कोशिश करनी चाहिए।
पाक पीएम इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव
दो विपक्षी दलों द्वारा देश की संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाने और अपने ही सत्तारूढ़ गठबंधन के भीतर विद्रोह के बाद क्रिकेटर से नेता बने क्रिकेटर वर्तमान में अपनी सरकार को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के लगभग 100 सांसदों ने 8 मार्च को नेशनल असेंबली सचिवालय के समक्ष एक अविश्वास प्रस्ताव पेश किया, जिसमें आरोप लगाया गया कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार खान के नेतृत्व में देश में आर्थिक संकट और बढ़ती मुद्रास्फीति के लिए जिम्मेदार था।
इसके अलावा, हाल ही में उनकी पार्टी के लगभग दो दर्जन असंतुष्ट विधायक खुलकर सामने आए, जिससे सरकार ने विपक्षी दलों पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया।
पहले अविश्वास प्रस्ताव 25 मार्च, शुक्रवार को पेश किया जाना था। लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को शुक्रवार को नेशनल असेंबली का सत्र बिना प्रस्ताव पेश किए स्थगित कर दिए जाने के बाद अस्थायी राहत मिली।