By अंकित सिंह | May 05, 2023
2024 चुनाव को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता की कवायद में जुटे हुए है। अब उनकी मेहनत रंग लाती भी दिखाई दे रही है। खबर के मुताबिक कर्नाटक चुनाव के बाद पटना में विपक्षी नेताओं की एक बड़ी बैठक हो सकती है। कुछ दिन पहले खुद नीतीश कुमार ने इसके संकेत दिए थे। अब इसकी पुष्टि होती दिखाई दे रही है। पटना में होने वाले बैठक में जहां विपक्षी एकता देखने को मिलेगी वहीं, 2024 चुनाव को लेकर भी एजेंडा तय किया जा सकता है। नजर इस बात पर भी रहेगी कि विपक्षी दलों की ओर से इस बैठक में कौन-कौन शामिल होता है। खबर के मुताबिक कर्नाटक यह बैठक 17 या 18 मई को हो सकती है।
नीतीश कुमार की ओर से विपक्षी दलों के नेताओं को इसके लिए आमंत्रित किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक विपक्षी दलों की इस बैठक में शरद पवार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, समाजवादी पार्टी के अद्यक्ष अखिलेश यादव, आम आदमी पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल शामिल होंगे। इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी इसमें शामिल हो सकते हैं। लेफ्ट पार्टियों के नेता के भी इसमें शामिल होने की उम्मीद की जा रही है। भाजपा के खिलाफ इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है। इस बैठक के बाद भी एक-दो बार विपक्षी नेता एक साथ बैठेंगे और आगे की रणनीति पर बात करेंगे।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 24 अप्रैल को कोलकाता में नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाकात के बाद अपने समकक्ष से पटना में सभी गैर भाजपा दलों की एक बैठक आयोजित करने का अनुरोध किया था ताकि आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी एकता पर चर्चा की जा सके। ममता ने कहा था कि मैंने नीतीश कुमार से सिर्फ एक अनुरोध किया है। जयप्रकाश जी का आंदोलन बिहार से शुरू हुआ। अगर बिहार में सर्वदलीय बैठक होती है तो हम आगे की रणनीति तय कर सकते हैं। नीतीश ने अपने टीएमसी समकक्ष के इस आग्रह को स्वीकार करते हुए कहा कि हम भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ देश में अधिक से अधिक दलों को एकजुट करने का प्रयास कर रहे हैं।