By अंकित सिंह | May 13, 2023
10 मई को कर्नाटक में विधानसभा चुनाव हुए थे। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ रहे हैं। कर्नाटक में कांग्रेस से जबरदस्त बहुमत हासिल करते हुए दिखाई दे रही है। कांग्रेस को 135 से ज्यादा सीटें मिलती दिख रही हैं। कर्नाटक में बहुमत की सरकार के लिए 113 विधायक की आवश्यकता होती है। कर्नाटक चुनावी नतीजों को लेकर कांग्रेस में जबरदस्त उत्साह है। वहीं, भाजपा को बड़ा झटका लगा है। भाजपा लगातार कर्नाटक में सत्ता में वापसी के दावे कर रही थी। लेकिन उसे 65 के आसपास सीटें मिलती दिख रही है। इन सब के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कर्नाटक की जनता का सलाम किया है और साफ तौर पर कहा है कि अधिनायकवादी और बहुसंख्यकवादी राजनीति पराजित हुई है।
ममता ने इसको लेकर एक ट्वीट किया है। ममता ने कहा कि परिवर्तन के पक्ष में निर्णायक जनादेश के लिए कर्नाटक के लोगों को मेरा सलाम !! क्रूर अधिनायकवादी और बहुसंख्यकवादी राजनीति परास्त है !! उन्होंने कहा कि जब लोग बहुलता और लोकतांत्रिक ताकतों को जीतना चाहते हैं, तो हावी होने के लिए कोई केंद्रीय डिजाइन उनकी सहजता को दबा नहीं सकता है। यह कहानी का नैतिक है, कल के लिए सबक। वहीं, कांग्रेस नेता केसी वेणूगोपाल ने कहा कि यह एक स्पष्ट संदेश है, हम कर्नाटक के गरीब लोगों के साथ खड़े थे वे(BJP) कर्नाटक के अमीरों के साथ थे। गरीबों ने इस चुनाव को जीत लिया। यह परिणाम 2024 के लिए मील का पत्थर है।
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि आज जो कांग्रेस की निर्णायक जीत है वह पीएम मोदी की निर्णायक हार है। प्रधानमंत्री के अलावा प्रचार में और किसी का चेहरा नहीं दिखा। नड्डा जी ने कहा कि अगर आप कांग्रेस को वोट देंगे तो पीएम का आशीर्वाद नहीं मिलेगा। पीएम खुद डबल इंजन की बात करते रहे, जिसे जनता ने नकार दिया। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मोदी जी ने तानाशाही कर भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलने पर राहुल गांधी की सदस्यता रद्द कर दी थी आज उसी भ्रष्टाचार के चलते कर्नाटक की जनता ने उन्हें राज्य से निकाल दिया...इससे साबित हो गया है सत्ताधारी नहीं आम जनता तय करती है कि सत्ता किसके हाथ में जाएगी।