By अभिनय आकाश | Sep 25, 2023
जैसे ही एप्पल ने अपना नए आईफोन 15 लॉन्च किया। चीनी सोशल मीडिया अकाउंट मेड-इन-इंडिया संस्करण के बारे में अफवाहों से भर गए हैं। ऑनलाइन ऐसे दावे किए जा रहे हैं कि चीनी निर्मित आईफोन 15 विशेष रूप से यूरोपीय और अमेरिकी बाजारों में उपलब्ध होगा, जबकि आईफोन 15 का भारत निर्मित संस्करण विशेष रूप से चीनी बाजार में लॉन्च किया जाएगा। अफवाहों के बाद चीनी उपभोक्ताओं की तरफ से सोशल मीडिया पर नस्लीय अपमानजनक और भारतीयों के खिलाफ रूढ़िवादी टिप्पणियां सामने आई हैं।
नए आईफोन की रिलीज़ से संबंधित कई वीबो पोस्ट पर उपयोगकर्ताओं की व्यंग्यात्मक टिप्पणियाँ देखी गईं। ऐसे ही एक ट्वीट में एक उपयोगकर्ता ने व्यंग्यात्मक टिप्पणी की है। एक यूजर ने तंज कसते हुए कहा कि मेड इंडिया आईफोन 15 का कवर हटाते ही आपको कढ़ी की महक आएगी। लेकिन भारत में ये चलता है पर ये साफ सफाई का मामला है। एक अन्य पोस्ट में हाथ से चावल और कढ़ी खाने वाले भारतीयों पर कटाक्ष किया गया है। पोस्ट में कहा गया कि हाथ से चावल और कढ़ी खाकर ये लोग हाथ से अपनी आंखे मलते हैं। फिर फोन को छूते हैं। ये भी कहा कि भारत में बने आईफोन संक्रमित हो सकते हैं।
ट्रेंडिंग वीबो हैशटैग
विवाद के बीच, वीबो पर एक ट्रेंडिंग हैशटैग उभरा। चीनी भाषा में लिखे इस पोस्ट को अनुवाद करने पर आया कि यदि आप चीन में एक नया फोन खरीदते हैं, तो आपको प्राप्त हो सकता है भारत में बना आईफोन। उपयोगकर्ताओं ने अपने पोस्ट पर सुझाव साझा किए कि यदि उन्होंने गलती से भारतीय निर्मित ऐप्पल उत्पाद खरीद लिया तो क्या करना चाहिए। इसके अलावा, कुछ उपयोगकर्ताओं ने उत्पादन क्षमताओं के मामले में भारत को पिछड़ा दक्षिण पूर्व एशियाई देश करार दिया।