फ़्लू शॉट्स शब्द शायद बहुत से लोगों के लिए नया हो। वास्तव में यह इन्फ्लुएंजा के टीके होते हैं, जिन्हें फ्लू शॉट्स के अलावा फ्लू जैब्स के रूप में भी जाना जाता है। यह टीके इन्फ्लूएंजा वायरस द्वारा संक्रमण से बचाते हैं। टीकों के नए संस्करणों को वर्ष में दो बार विकसित किया जाता है, क्योंकि इन्फ्लूएंजा वायरस तेजी से बदलता है। इन टीकों में बहुत कम मात्रा में कई तत्वों का इस्तेमाल किया जाता है। इन शॉट्स या टीके के इस्तेमाल का मुख्य उद्देश्य यही होता है कि इन्फ्लूएंजा वायरस को निष्क्रिय किया जा सके। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको फ़्लू शॉट्स के बारे में विस्तारपूर्वक बताते हैं−
ऐसे करते हैं काम
हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि यह वैक्सीन आपके शरीर को वायरस के कुछ उपभेदों से लड़ने के लिए एंटीबॉडी बनाने के लिए कहती है। इस वैक्सीन को काम करने में लगभग 2 सप्ताह लगते हैं। इस वैक्सीन को लगवाने के बाद भी आप बीमार हो सकते हैं, लेकिन यह उतनी गंभीर नहीं होगी। हालांकि, अगर आप वैक्सीन को छोड़ते हैं तो आपकी बीमारी की संभावना अधिक होगी।
फ़्लू शॉट्स के लाभ
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, फ्लू और इसकी जटिलताओं को रोकने के लिए एक वार्षिक फ्लू वैक्सीन एकल सबसे अच्छा तरीका है। हालाँकि टीके की प्रभावशीलता साल−दर−साल अलग−अलग हो सकती है। यह न्यूमोनिया, ब्रोंकाइटिस और अस्थमा का दौरा जैसी स्वास्थ्य समस्याओं की जटिलताओं को कम करने में भी यह टीका बेहद लाभदायक है। यही कारण है कि यह छोटे बच्चों, बड़े वयस्कों, और पुरानी स्वास्थ्य स्थितयिों जैसे क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज, हृदय रोग और मधुमेह के टीकाकरण के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।
इनके लिए नहीं है सही
यूं तो फ्लू का टीका बेहद ही प्रभावी है, लेकिन हर किसी के लिए सही नहीं माना जाता। उदाहरण के तौर पर, अगर आपको गुइलिन−बैरे सिंड्रोम है, तो आपको फ्लू के टीके से बचना चाहिए। इसके अलावा, यह टीका 6 महीने से कम उम्र के बच्चों के लिए भी अनुशंसित नहीं है क्योंकि यह शिशुओं में सुरक्षित साबित नहीं हुआ है। वैसे हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि इस टीके को लगवाने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लेना सबसे अधिक उचित रहेगा।
मिताली जैन