By अभिनय आकाश | May 18, 2023
दो शीर्ष दावेदारों सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच पशोपेश की स्थिति में फंसी कांग्रेस ने लंबे विचार और मंथन के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला किया। अनुभवी पार्टी नेता सिद्धारमैया दूसरे कार्यकाल के लिए राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में वापसी करेंगे और राज्य कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार उनके डिप्टी होंगे। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुख्यमंत्री संकट का सामना करने में शांतिदूत का काम किया। शपथ ग्रहण समारोह शनिवार (20 मई) को होने की संभावना है। 10 मई को 224 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव में, कांग्रेस ने 135 सीटों के साथ एक साधारण बहुमत हासिल किया, जबकि सत्तारूढ़ भाजपा और जनता दल (सेक्युलर) ने क्रमशः 66 और 19 सीटें हासिल कीं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे कर्नाटक सरकार के गठन के लिए आम सहमति पर पहुंच हए हैं। शपथ ग्रहण समारोह 20 मई को दोपहर 12:30 बजे बेंगलुरु में होगा। कांग्रेस विधायक दल की बैठक आज 18 मई को शाम 7 बजे बेंगलुरु में बुलाई गई है। वहीं शपथ ग्रहण की तैयारियां अभी से होने लगी है। मेहमानों की लिस्ट भी तैयार की जाने लगी है। इसी क्रम में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को भी इसके लिए आमंत्रण मिला है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कर्नाटक के घोषित सीएम सिद्धारमैया ने एक फोन कॉल में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन को 20 मई को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित किया है।
लोगों की सेवा करना ही हमारा एक मात्र सूत्र
कर्नाटक के एआईसीसी प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि हमारा एकमात्र सूत्र लोगों की सेवा है। जो भी लोगों की सेवा करना चाहता है, वह जितना चाहे कर सकता है। हमारे सभी सहयोगियों को आमंत्रित किया जाएगा (शपथ ग्रहण समारोह में)। यह कोई उत्सव नहीं है, बल्कि कांग्रेस का लोकतंत्र के प्रति समर्पण है...जो लोग लोकतंत्र के लिए लड़ना चाहते हैं और संविधान को बचाना चाहते हैं, वे इस कार्यक्रम में भाग ले सकते हैं।