By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 14, 2021
नयी दिल्ली| नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने सोमवार को कहा कि भारत को अधिक से अधिक सुधारों की जरूरत है और देश तमाम क्षेत्रों में सुधारों को तेज करेगा।
उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के भागीदारी सम्मेलन 2021 को संबोधित करते हुए कांत ने कहा कि संपदा का सृजन निजी क्षेत्र करता है और सरकार को इसमें सुविधा प्रदाता की ही भूमिका निभानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि निर्यात में खासी वृद्धि के दौर में भारत की वृद्धि हुई है जिससे पता चलता है कि भारत को बेहद प्रतिस्पर्धी होना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत सुधारों की राह पर आगे बढ़ने के लिए प्रतिबद्ध है। हमें कम सुधारों की नहीं बल्कि ज्यादा से ज्यादा सुधारों की जरूरत है। सरकार तमाम क्षेत्रों के सुधारों को आगे ले जाएगी ताकि चीजें आसान हों।’’
नीति आयोग के सीईओ ने कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के बाद सुधारों की दिशा में आगे बढ़ने की मंशा के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘इस सरकार का मूल दर्शन यह है कि संपदा का सृजन निजी क्षेत्र करता है और हमें उसके लिए चीजें आसान बनानी होंगी। सरकार को सुविधा-प्रदाता और उत्प्रेरक के तौर पर काम करना होगा।’’ कांत ने कहा कि सरकार का ध्यान भारत के निर्यात को प्रतिस्पर्धी बनाने पर है।
उन्होंने जलवायु परिवर्तन पर एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि भारत कार्बन-मुक्त होने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ने की रणनीति पर चल रहा है।