नवरात्रि के दिनों को हर शुभ काम करने के लिए अच्छा माना जाता है। इन दिनों में लोग नया घर, घर में गृह-प्रवेश, कोई नया वाहन आदि खरीदते हैं। ऐसी मान्यता है कि अगर नवरात्रि के दिनों में आप कोई नया वाहन आदि खरीदते हैं तो वह हमेशा ही आपके लिए फलदायक होता है और आपको भविष्य में अपने वाहन के कारण किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता। लेकिन वाहन खरीदते समय आपको कुछ बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। आईए जानते हैं ऐसी ही कुछ बातों के बारे में-
नवरात्रि का हर दिन शुभ माना जाता है इसलिए आप किसी भी दिन बिना झिझक के आसानी से खरीद सकते हैं। इसलिए इन दिनों में आपको विशेष रूप से मुहूर्त निकालने की आवश्यकता नहीं होती। चूंकि आप एक नए वाहन की इच्छा कर रहे हैं तो अपनी पूजा के दौरान आप सिर्फ माता का ही ध्यान न करें, बल्कि माता के वाहन अर्थात उनके सिंह को भी श्रद्धाभाव से देंखे। ऐसा माना जाता है कि जब आप माता की सवारी के लिए भी सच्ची श्रद्धा रखते हैं तो माता प्रसन्न होकर आपको जल्द से जल्द वाहन दिलवाने में मदद करती है।
वैसे तो नवरात्रि का हर दिन लाभदायक होता है। लेकिन अगर बात वाहन की हो तो उसमें नवरात्रों का पांचवाa दिन विशेष रूप से लाभदायी होता है। इन दिन हम स्कंदमाता की पूजा करते हैं। स्कंदमाता को किसी भी वाहन को दिलवाने में एक शक्ति के रूप में माना जाता है। माता के इस रूप की यदि विशेषतौर पर पूजा की जाए तो इससे आपके वाहन खरीदने के रास्ते स्वयं ही खुलते चले जाते हैं। इस दिन आप माता को लाल व पीले रंग की सामग्री अर्पित करें। साथ ही इस दिन गरीबों को भी दान अवश्य करें।
ऐसे बहुत से लोग होते हैं, जो लंबे समय से बाइक या कार आदि लेने की इच्छा करते हैं लेकिन उसके लिए वह सामर्थ्य नहीं जुटा पाते। अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो आप अपने मनपसंद वाहन का एक छोटा सा प्रतिरूप अपने बेडरूम में ऐसी जगह रखें, जहां सुबह उठते ही आपकी नजर उस पर पड़े। इसके बाद आप माता का ध्यान करते हुए उनसे प्रार्थना करें कि वह आपकी इच्छा पूर्ति करें। इससे वाहन लेने के योग बनने लगते हैं।
किसी भी नए वाहन को लेने के लिए शनिवार का दिन शुभ नहीं माना जाता, इसलिए आप शनिवार के दिन कोई भी नया वाहन लेने से बचें और अगर आपको किसी कारणवश ऐसा करना पड़ रहा है तो उसकी पेमेंट पहले ही कर दें। साथ ही शनिवार के दिन नई गाड़ी को कभी भी प्रयोग में न लाएं। उसका इस्तेमाल अगले दिन से ही करें।
जब आप नवरात्रों में नया वाहन खरीद रहे हैं और चाहते हैं कि ताउम्र माता की कृपा आपकी गाड़ी पर बरसती रहे तो बाजार से माता की चुनरी खरीदें और उसकी पूजा करने के बाद आप उसे अपने वाहन पर बांध लें या फिर आप उसे अपनी गाड़ी के अंदर भी रख सकते हैं।
वाहन को खड़ा करते समय भी आपको कुछ बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना होता है। मसलन, आप कभी भी किसी बीम के नीचे इसे खड़ा न करें। जहां वाहन खड़ा कर रहे हैं वहां पर कोई गंदगी या कूड़ादान आदि न हो, इस बात का भी विशेष रूप से ख्याल रखें।
अगर आप नकारात्मक उर्जा पैदा करने वाली चीजों जैसे बीड़ी, सिगरेट या तम्बाकू आदि का सेवन करते हैं तो कभी भी गाड़ी के अंदर इनका सेवन न करें और न ही अपनी गाड़ी में इन चीजों को रखें। इससे वाहन में भी नकारात्मकता उत्पन्न होती है।
जब भी आप गाड़ी खरीदें तो उसके रजिस्टेशन नंबर का चुनाव भी हमेशा बढ़ते क्रम में ही रखें। अर्थात अगर आपके नंबर में पांच आया है तो ऐसा नंबर लें कि उसके बाद तीन या चार न आए बल्कि पांच के बाद आने वाले नंबर ही आए। बढ़ते क्रम के नंबर आपको जीवन में आगे ले जाने में मददगार होते हैं।
वहीं जब भी आप नया वाहन खरीदकर लाएं तो सबसे पहले उसमें माता के स्वरूप अर्थात घर की किसी कन्या को बैठाकर अवश्य ले जाएं। इसके अतिरिक्त आप घर के बड़े व्यक्तियों आदि को भी उसमें सबसे पहले ले जाएं। ऐसा माना जाता है कि इससे आपको अपने इष्ट देव और बड़े व्यक्तियों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और वह वाहन आपके लिए खुशियां लेकर आता है।
-मिताली जैन
वास्तु शास्त्री व फेंगशुई एक्सपर्ट आनंद भारद्वाज से बातचीत पर आधारित