By रितिका कमठान | Dec 14, 2024
वर्ष 2024 खत्म होने वाला है। कुछ ही दिनों में नया साल आने वाला है। हर वर्ष अलग अलग सेक्टर्स में कई बदलाव देखने को मिलते है। वर्ष बीतने के साथ ही ये देखते हैं कि इस साल टेलीकॉम सेक्टर में कई बदलाव देखे गए है। ये बदलाव कौन से हैं जिनके बारे में जानना जरुरी है।
टैरिफ की कीमतें बढ़ी
इस वर्ष जियो, एयरटेल, वीआई जैसे कई दिग्गज टेलीकॉम कंपनियों ने टैरिफ की कीमत में इजाफा किया है। टेलीकॉम कंपनियों द्वारा किए गए इस इजाफे के कारण ग्राहकों की जेब पर काफी असर देखने को मिला है। इस वर्ष टेलीकॉम कंपनियों ने अपने टैरिफ दरों में औसतन 15 फीसदी की बढ़ोतरी की है। ऐसे में कई ग्राहक बीएसएनएल की ओर रुख करने को भी मजबूर हुए। कई सरकारी टेलीकॉम कंपनियों ने किफायती प्लान भी पेश किए। इसका फायदा बीएसएनएल को इस तरह हुआ कि सिर्फ चार महीनों में ही बीएसएनएल ने लगभग 5.5 मिलियन नए ग्राहक हालिस किए।
स्पैम कॉल और मैसेज में हुई बढ़ोतरी
इस वर्ष एक और महत्वपूर्ण घटना घटी। इस वर्ष स्पैम कॉल और स्पैम मैसेज की संख्या में काफी इजाफा दिखा है। इस कारण कई लोग अपनी मेहनत की कमाई खोने पर मजबूर हुए। धोखाधड़ी के मामलों में एक मामला ऐसा भी रहा जिसमें एक महिला को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। बता दें कि सरकार ने इन अनवांटेड कॉल्स को रोकने के लिए कदम भी उठाए है। सरकार ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग का उपयोग कर नए टूल्स बनाए। इनके जरिए दूरसंचार कंपनियों ने स्पैम कॉल्स को रोकने की कोशिश की। कुछ ही समय में इनका फायदा दिखा और अरबों की संख्या में आने वाले स्पैम कॉल्स को रोकने में सफलता मिली।
वहीं दिसंबर में ट्राई (टेलीकॉम रेगुलेटरी ऑथोरिटी ऑफ इंडिया) ने भी नए नियम पेश किए है। ट्राई ने मैसेज पर नजर रखने के लिए हार्मफुल लिंक पर क्लिक करने से परहेज करने को कहा है। इस संबंध में नियम भी पेश किए गए है जिससे स्पैम मैसेज सेंडर की पहचान करना आसान हुआ है।
इस वर्ष सेटेलाइट इंटरनेट की सेवाओं को मजबूती मिली है। सरकार ने सैटेलाइट इंटरनेट के लिए स्पैक्ट्रम आवंटन करने का निर्णय लिया है। ट्राई ने नियमों को अंतिम रुप दे दिया है। संभावना है कि वर्ष 2025 से भारत भर में सैटेलाइट इंटरनेट की शुरुआत हो सकती है। बता दें कि वर्ष 2024 का साल टेलीकॉम सेक्टर में काफी महत्वपूर्ण बदलावों का रहा है। इस दौरान टेलीकॉम सर्विसेस में सुधार और ग्राहकों की सुरक्षा को लेकर कई कदम उठाए गए है।