बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व है दशहरा। इस साल 12 अक्टूबर, दिन शनिवार दशहरा का पर्व मनाया जा रहा है। दशहरा के दिन भगवान श्री राम की पूजा की जाती है और पश्चिम बंगाल की ओर इस दिन मां दुर्गा की पूजा का विधान है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन दसों दिशाएं खुली होती हैं। जिस वजह से इस दिन कुछ चीजें जरुर करनी चाहिए और कुछ कामों को करने से बचना चाहिए। दशहरा के दिन कुछ जगहों पर शस्रों की पूजा की जाती है। दशहरा के दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं आइए जानते हैं।
दशहरा के दिन क्या करें और क्या न करें
- दशहरा के दिन अपने इष्ट देवी-देवताओं की पूजा अवश्य करें और पूजा के समय आप उनकों अपराजिता के फूल या फिर शमी की पत्तियां अवश्य अर्पित करें।
- दशहरा पर्व के दिन रावण दहन देखने जरुर जाएं। माना जाता है कि रावण दहन देखने से व्यक्ति के अंदर की नकारात्मकता कम होती है।
- दशहरा के दिन रावण दहन के बाद उसकी राख या लकड़ी घर में लेकर जरुर आएं क्योंकि श्री राम की ऊर्जा से परिपूर्ण माना जाता है।
- इस दिन घर में रखे हुए औजर की पूजा की जाती है। अस्त्र-शास्त्रों की पूजा करना शुभ माना जाता है।
- दशहरा के दिन घर में रखी हुई विद्या से जुड़ी चीजें जैसे कि कॉपी-किताब की पूजा करना जरुरी होता है।
- इस दिन झाड़ू का दान करना शुभ माना जाता है। घर की आर्थिक स्थिति ठीक होती है और मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है।
- दशहरा के दिन इन चीजों को न करें जैसे तामसिक पदार्थों का सेवन, किसी का अपमान, अपशब्दों का प्रयोग और दसों दिशाओं की पूजा न करना।