By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 04, 2021
नयी दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने दिल्ली में नौ वर्षीय दलित बच्ची की कथित तौर बलात्कार के बाद हत्या करने के मामले की त्वरित जांच और दोषियों के लिए मौत की सजा की बुधवार को मांग की। विहिप ने यह भी मांग कि मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक अदालत में की जाए। बच्ची के माता-पिता के अनुसार, वह रविवार शाम करीब साढ़े पांच बजे दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के पुराने नंगल गांव में घर के सामने स्थित एक श्मशान घाट के कूलर से ठंडा पानी लेने गई थी। शाम छह बजे श्मशान घाट के पुजारी राधेश्याम और बच्ची की मां को जानने वाले दो-तीन अन्य लोगों ने उसे वहां बुलाया और बेटी का शव दिखाकर दावा किया कि कूलर से पानी लेने के दौरान करंट लगने से उसकी मौत हो गई।
उसकी बाईं कलाई और कोहनी के बीच जलने के निशान थे और उसके होंठ भी नीले पड़ गए थे। आरोप है कि पुजारी और अन्य लोगों ने उसकी मां को पुलिस को सूचना देने से मना करते हुए कहा कि पुलिस मामला बना देगी और पोस्टमार्टम के दौरान चिकित्सक बच्ची के अंगों को चुरा लेंगे, इसलिए उसका अंतिम संस्कार करना बेहतर है। विहिप ने ट्विटर पर कहा, “दिल्ली की गुड़िया से बलात्कार व हत्या सेसम्पूर्ण देश व हिंदू समाज दुखी है। इस पर पुलिस का ढुल-मुल रवैया मन को और दुःखी करता है।” संगठन ने मांग कि मामले की 15 दिन में जांच पूरी की जाए और तीन माह में फास्ट ट्रैक अदालत अपना फैसला दे तथा दोषियों को फांसी की सजा मिले एवं परिवार को सरकार की ओर से सहायता मिले।
घटना के सिलसिले में श्मशान घाट के पुजारी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों पर हत्या और बलात्कार के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि दिल्ली सरकार मामले की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश देगी और लड़की के परिवार को 10 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की।