By एकता | Feb 07, 2023
अनसेफ सेक्स और अनसेफ अबॉर्शन के मुद्दे पर रह-रहकर देशभर में चर्चा होती रहती है। वैलेंटाइन वीक की शुरुआत के साथ यह दोनों ही मुद्दे एक बार फिर से चर्चा में आ गए हैं। हर साल की तरह इस बार भी फरवरी के इन रोमांटिक दिनों में अनसेफ सेक्स के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। कपल मजे-मजे में अनसेफ सेक्स करेंगे, जो अनचाही प्रेग्नेंसी का कारण बनेगा और अंत में कहानी अबॉर्शन पर आकर खत्म हो जाएगी। यह कहानी सिर्फ फरवरी महीने या भारत तक सिमित नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक दुनियाभर में हर साल लगभग 7.3 करोड़ इंड्यूस्ड अबॉर्शन (कृत्रिम गर्भपात) होते हैं। वहीं भारत की बात करें तो राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 के अनुसार देश में लगभग तीन प्रतिशत गर्भधारण के परिणामस्वरूप गर्भपात हुआ।
अनसेफ अबॉर्शन के चलते हर दिन 10 में से 8 महिला अपनी जान गवा देती हैं। वहीं दूसरी तरफ अनसेफ सेक्स की वजह से महिलाओं को अनचाही प्रेग्नेंसी के अलावा भी कई गंभीर बीमारियां झेलनी पड़ती हैं, जो उनके स्वास्थ्य के लिए बिलकुल भी नहीं है। ऐसे में महिलाओं को अनसेफ सेक्स, अनचाही प्रेग्नेंसी, अनसेफ अबॉर्शन से बचना चाहिए। इन चीजों से सिर्फ महिलाओं को ही नहीं बल्कि पुरुषों को भी बचना चाहिए क्योंकि प्रेग्नेंसी को छोड़कर वह अन्य बीमारियों से संक्रमित हो सकते हैं।
अनसेफ सेक्स क्या है? इससे क्या बीमारियां हो सकती हैं?
विवाहित या फिर अविवाहित कपल जब बिना कोई एहतियात बरते शारीरिक संबंध बनाते हैं, उसे अनसेफ सेक्स कहते हैं। अनसेफ सेक्स की वजह से महिलाएं प्रेग्नेंट हो सकती है। इसके अलावा महिला और पुरुष दोनों यौन संचारित रोगों, हेपेटाइसिस बी, बैक्टीरियल इन्फेक्शन, एचआईवी से संक्रमित हो सकते हैं।
अनचाही प्रेग्नेंसी और अन्य रोगों से बचने के लिए क्या करें?
अनसेफ सेक्स के बाद होने वाली अनचाही प्रेग्नेंसी से बचने के लिए कपल प्रिकॉशन ले सकते हैं। आजकल बाजार में महिला और पुरुष दोनों के कंडोम उपलब्ध हैं। इसके अलावा महिलाएं कॉपर टी, ओरल कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। अनसेफ सेक्स के कारण होने वाली बीमारियों से बचाने के लिए कंडोम फायदेमंद माने जाते हैं।
अनसेफ सेक्स से फर्टिलिटी पर असर पड़ता है?
अनसेफ सेक्स की वजह से महिलाओं को ट्यूबल इन्फेक्शन हो सकता है, जिसे सल्पिंगिटिस कहते हैं। इसमें वजाइना से होते हुए बैक्टीरिया जब फैलोपियन ट्यूब तक पहुंच जाते हैं। इस वजह से ट्यूब संक्रमित हो जाती हैं और उसमें सूजन आ जाती है, जिसकी वजह से इनफर्टिलिटी की समस्या हो सकती है।
सभी एतिहात बरतने के बाद भी महिला प्रेग्नेंट हो जाए तो क्या करना चाहिए?
पीरियड्स मिस हो जाने का मतलब हर बार प्रेग्नेंट होना नहीं होता है, इसलिए प्रेग्नेंसी टेस्ट जरुर कराएं। टेस्ट के बाद जब प्रेग्नेंसी की पुष्टि हो जाए तो पार्टनर से इस बारे में बात करें और आगे की योजना बनाए। अगर कोई नाबालिग लड़की प्रेग्नेंट हो गयी है तो उसके माता-पिता डॉक्टर की सलाह लेकर अबॉर्शन करा सकते हैं। प्रेग्नेंट महिला चाहें विवाहित हो, अविवाहित हो या फिर नाबालिग हो डॉक्टर की सलाह लिए बिना अबॉर्शन के लिए कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। बता दें, महिलाओं के लिए अलग-अलग कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स आती है, इसलिए इसे लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें। कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स लेने के बाद अगर पूरी तरह से अबॉर्शन नहीं होता है तो महिलाओं को कई दिक्कतें हो सकती हैं। इसके अलावा किसी नर्स से या फिर दायी से अबॉर्शन करवाने की गलती न करें। ऐसा करने से महिलाओं की जान भी जा सकती है।