By अनन्या मिश्रा | Sep 15, 2023
तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए सत्ताधारी भारत राष्ट्र समिति यानी कि BRS पार्टी की तरफ से उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी गई है। तेलंगाना के सीएम केसीआर दो सीटों से चुनाव लड़ेंगे। बता दें कि सीएम चंद्रशेखऱ राव दो सीटों गजवेल और कामारेड्डी से चुनाव मैदान में ताल ठोकेंगे। इसके अलावा पार्टी की तरफ से 119 सीटों वाले राज्य में 115 सीटों के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की गई है। जिन चार सीटों के उम्मीदवारों का नाम ऐलान नहीं किया गया है, वह जनगांव, नामपल्ली, नरसापुर और गोशामहल सीट है।
साल के अंत में होंगे चुनाव
इस साल के अंत में तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में सीएम चंद्रशेखर राव की तरफ से दावा किया गया है कि वह इस बार चुनाव में 95-110 सीटों पर जीत हासिल करेंगे। उम्मीदवारों की लिस्ट में केसीआर के बेटे का नाम भी शामिल है। केसीआर के बेटे सिरसिल्ला से चुनाव मैदान में उतरेंगे। वह मौजूदा समय में सिरसिल्ला से विधायक हैं। वहीं सीएम जिस सीट गजवेल से चुनाव लड़ेंगे, वह तेलंगाना के सिद्दीपेट जिले में आती है। साल 2018 में सीएम चंद्रशेखर राव ने यहां से बंपर जीत हासिल की थी। उन्होंने यहां से टीडीपी के रेड्डी वंतेरु को भी मात दी थी।
कामारेड्डी विधानसभा सीट
साल 2018 में गम्पा गोवर्धन ने कामारेड्डी विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी। गम्पा गोवर्धन को यहां से 68,167 वोट मिले थे। जबकि कांग्रेस उम्मीदवार मोहम्मद अली शब्बीर को हार का सामना करना पड़ा था। गम्पा गोवर्धन ने खुले मंच से कई बार यह कहा कि वह चाहते हैं कि सीएम केसीआर इस बार यहां से चुनाव लड़ें। उन्होंने कहा कि आज उनकी यह इच्छा भी पूरी हो गई। क्योंकि सीएम ने इस सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।
जानिए कामारेड्डी से चुनाव लड़ने की वजह
सीएम केसीआर ने बताया कि जनता की इच्छा के कारण वह कामारेड्डी सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। हालांकि राजनीति के जानकारों की मानें तो इसके पीछे कोई दूसरी वजह है। दरअसल, कामारेड्डी निजामाबाद संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आता है। केसीआर की बेटी कविता को लोकसभा चुनाव में यहां से हार का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद उन्होंने कहा कि वह साल 2024 में भी यहां से यानी की निजामाबाद लोकसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतरेंगी।
केसीआर के लिए क्यों अहम यह सीट
बता दें कि सीएम केसीआर की बेटी कविता पिछले आम चुनाव में वो भाजपा सांसद डी अरविंद से हार गई थीं। ऐसे में सीएम का इस विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना काफी अहम माना जा रहा है। क्योंकि इस विधानसभा चुनाव का रिजल्ट उनकी बेटी के लिए राजनीति मैप तैयार करने का काम करेगा। इसी वजह से स्थानीय नेता केसीआर से लगातार इस बात का आग्रह कर रहे थे कि वह कामारेड्डी से चुनाव लड़ें।