By नीरज कुमार दुबे | Dec 14, 2022
अरुणाचल प्रदेश के तवांग में एलएसी के निकट भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई। इस झड़प के दौरान भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को अच्छे से धोया और उन्हें पीठ दिखाकर भागने को मजबूर कर दिया। इस झड़प का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वैसे ही चीन और उसके चेले पाकिस्तान के होश उड़ गये। बीजिंग में राष्ट्रपति कार्यालय में बैठे शी जिनपिंग यह वीडियो देखकर अपना माथा पकड़ने को मजबूर हो गये तो वहीं इस्लामाबाद में पाकिस्तान के नये सेनाध्यक्ष असीम मुनीर को भी अपने पूर्ववर्ती कमर जावेद बाजवा की तरह माथे पर पसीना आ गया और हाथ-पैर कांपने लगे। पाकिस्तान का यह सोच-सोचकर बुरा हाल है कि अब तक जिस चीन को बाहुबली मानते हुए वह भारत के खिलाफ साजिशें रचता रहता था उस चीन की सारी हेकड़ी भारत ने निकाल दी है। पाकिस्तान की सिर्फ सरकार और सेना ही चिंतित नहीं है वहां आम लोग भी सोशल मीडिया पर खुलकर बोल रहे हैं कि भारत अब सबसे शक्तिशाली देश है क्योंकि उसकी सेना लगातार चीनियों का घमंड तोड़ रही है।
वहीं चीन की बात करें तो वहां एकदम सन्नाटा है क्योंकि कोई भी इस विषय पर बोलने की जुर्रत नहीं कर रहा है। राष्ट्रपति के रूप में शी जिनपिंग अपने देश में पहले ही काफी अलोकप्रिय हो चुके हैं, साथ ही अपनी विस्तारवादी नीतियों के चलते उन्होंने दुनियाभर में चीन की साख भी गिरा दी है और जिस तरह से लगातार चीनी सैनिकों की भारतीय सैनिक ठुकाई कर रहे हैं उससे सेना के शीर्ष कमांडर के तौर पर भी शी जिनपिंग की छवि को गहरा आघात पहुँचा है।
इस बीच, भारतीय सैनिकों ने तवांग में चीनी सेना की जो पिटाई की है वह दुनियाभर में चर्चा का विषय बनी हुई है क्योंकि कई ऐसे देश हैं जो चीनियों को पिटते देखना चाहते हैं उन्हें यह वीडियो बड़ी राहत पहुँचा रहा है। साथ ही कई ऐसे देश भी हैं जो चीन की शह पर दुनिया की नाक में दम किये रहते हैं वह भी अब अपने आका शी जिनपिंग से दूरी बनाने की सोचने लगे हैं।
उधर, दुनिया के कई छोटे-बड़े देशों की प्रतिक्रियाएं भी सामने आने लगी हैं। अमेरिका ने चीन के साथ तनाव के मुद्दे पर भारत का साथ देते हुए कहा है कि हम अपने मित्र देशों की सुरक्षा सुनिश्चित करते रहेंगे। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन के प्रेस सचिव पैट राइडर ने चीन पर उकसावे की कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि वह LAC के आसपास अपनी सेना के लिए बुनियादी ढांचे का विकास कर रहा है और सेना भी जुटा रहा है। उन्होंने कहा कि हम भारत के प्रयासों का पूरा समर्थन करते हैं और अपने मित्र देशों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अतिक्रमण करने का चीन का प्रयास उसकी प्रवृत्ति का संकेत भी देती है।
वहीं व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव काराइन जीन पियरे ने कहा है कि हमें खुशी है कि दोनों पक्ष जल्दी से अलग हो गये। उन्होंने कहा कि अमेरिका हालात पर करीबी निगाह रखे हुए है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव ने कहा कि हम भारत और चीन, दोनों को ही विवादित सीमाओं पर चर्चा करने के लिए द्विपक्षीय माध्यमों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
उधर, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने भी अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प के कुछ दिनों बाद दोनों देशों से सीमा पर तनाव को कम करने का आह्वान किया है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक से जब इस मुद्दे पर टिप्पणी करने को कहा गया तो उन्होंने कहा, “हां, हमनें खबरें देखी हैं। हम तनाव कम करने और यह सुनिश्चित करने का आह्वान करते हैं कि इलाके में तनाव और न बढ़े।”
हम आपको याद दिला दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा और राज्यसभा में अपने बयान में कहा था कि भारतीय सेना ने बहादुरी से पीएलए को हमारे क्षेत्र में अतिक्रमण करने से रोका और उसे अपनी चौकियों पर वापस जाने के लिए मजबूर कर दिया। उन्होंने बताया था कि झड़प में दोनों पक्षों के कुछ सैनिक घायल हो गए थे। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत वो अमर बीज है, जो विपरीत से विपरीत परिस्थितियों में थोड़ा दब सकता है, थोड़ा मुरझा सकता है, लेकिन मर नहीं सकता क्योंकि, भारत मानव सभ्यता का सबसे परिष्कृत विचार है, मानवता का सबसे स्वाभाविक स्वर है।