By अंकित सिंह | Jul 01, 2023
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने शुक्रवार को कहा कि समान नागरिक संहिता भारत के विचार के खिलाफ है। देश में यूसीसी की चर्चा के बीच नेशनल पीपुल्स पार्टी प्रमुख ने कहा कि भारत एक विविधतापूर्ण देश है और विविधता ही हमारी ताकत है। समान नागरिक संहिता के रूप में पार्टी का अब तक का नजरिया भारत के विचार के ही खिलाफ है। हाल में ही विधि आयोग ने समान नागरिक संहिता के मुद्दे पर हितधारकों की राय जानने के लिए नोटिस जारी किया था।
मेघालय के सीएम कोनराड संगमा ने कहा कि समान नागरिक संहिता भारत के वास्तविक विचार के विपरीत है। उन्होंने कहा कि भारत एक विविधतापूर्ण देश है और विविधता ही हमारी ताकत है। एक राजनीतिक दल के रूप में, हमें एहसास है कि पूरे पूर्वोत्तर में अनूठी संस्कृति है और हम चाहेंगे कि वह बनी रहे। अपने राज्य का उदाहरण लेते हुए संगमा ने कहा, "उदाहरण के लिए, हम एक मातृसत्तात्मक समाज हैं और यही हमारी ताकत रही है और यही हमारी संस्कृति रही है। अब इसे हमारे लिए नहीं बदला जा सकता है।" हालाँकि, एनपीपी प्रमुख ने कहा कि यूसीसी ड्राफ्ट की वास्तविक सामग्री को देखे बिना विवरण में जाना मुश्किल होगा।
मेघालय में सरकार बनाने के लिए भाजपा ने संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी को समर्थन दिया था। भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर सहयोगी भाजपा से अनबन के बाद संगमा की पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ा था। चुनाव बाद दोनों फिर से एक साथ सरकार में हैं। अब तक, दो प्रमुख विपक्षी दल - आम आदमी पार्टी और शिव सेना (यूबीटी) - ने समान नागरिक संहिता के लिए केंद्र के दबाव का समर्थन किया है, जबकि कई अन्य दलों ने इसका विरोध किया है। इस बीच, उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि केंद्र सरकार अगले महीने शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र में समान नागरिक संहिता लागू करने पर एक विधेयक पेश कर सकती है।