By अंकित सिंह | Jun 09, 2023
कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाइयों ने शुक्रवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय का रुख किया और 8 जुलाई को होने वाले पंचायत चुनावों में केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की है। विपक्षी दलों ने पंचायत चुनावों के लिए नामांकन दाखिल करने के लिए और समय मांगा, जिसके कार्यक्रम की घोषणा राज्य चुनाव आयोग ने कर दी थी। एसईसी के कार्यक्रम के अनुसार, नामांकन दाखिल करना शुक्रवार से शुरू हो रहा है और यह 15 जून तक चलेगा और पंचायत चुनाव 8 जुलाई को होंगे।
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि आज हमारा प्रतिनिधि मंडल चुनाव आयोग जाएगा और हम समय सीमा बढ़ाने की मांग करेंगे जिससे लोग अपना नामांकन दाखिल कर पाएं। उन्होंने कहा कि हम भी चाहते हैं कि पंचायत चुनाव हो...यहां जिस तरह से पंचायत चुनाव का ऐलान हुआ उससे सरकार का असल उद्देश्य समझ आ गया। उनका उद्देश्य विरोधी दल को बिल्कुल समय न देकर पहले राउंड में ही उन्हें हराना है। अपना हमला जारी रखते हिए उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव कब होगा कब नहीं यह सरकार को पता होता है लेकिन यहां तो सरकार से पहले खोका बाबू(अभिषेक बनर्जी) को पता था कि चुनाव कब होंगे? न तो ये बंगाल में किसी संवैधानिक पद पर हैं न किसी प्रशासनिक पद पर हैं फिर इन्हें कैसे पता था कि पंचायत चुनाव कब होंगे।
पश्चिम बंगाल विधानसभा के विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी की ओर से भाजपा ने मांग की कि हर बूथ पर सीसीटीवी कैमरे लगाने चाहिए, अर्धसैनिक बलों की तैनाती करनी चाहिए और पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने में अधिक समय देना चाहिए। भाजपा नेता के वकील ने कहा कि लगभग 75,000 सीटों के लिए चुनाव होना है और इसके लिए नामांकन दाखिल करने का समय बहुत कम है।
पश्चिम बंगाल में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव आठ जुलाई को होंगे। इन्हें 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले महत्वपूर्ण मुकाबले के तौर पर देखा जा रहा है। राज्य निर्वाचन आयुक्त राजीव सिन्हा ने बृहस्पतिवार को कहा कि ग्राम सभाओं के लिए चुनाव एक ही दिन में होंगे और नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 15 जून होगी। मतगणना 11 जुलाई को होगी। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि नामांकन दाखिल करने के लिए दिया गया समय पर्याप्त नहीं है क्योंकि बड़ी संख्या में उम्मीदवारों को केवल सात दिनों में 70,000 से अधिक सीटों के लिए नामांकन दाखिल करना होगा।