By अंकित सिंह | Nov 17, 2021
राजस्थान में कांग्रेस में चल रहे घमासान पर विराम लगने की स्थिति दिखाई दे रही है। लगभग 2 सालों से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट आमने-सामने हैं। लेकिन अब दोनों गुटों के बीच सुलह समझौता का फॉर्मूला तय हो गया है। फॉर्मूला तय होने के साथ ही मंत्रिमंडल विस्तार पर खबर आ चुकी है। गहलोत मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की ओर से भी मंजूरी दे दी गई है। इसके साथ ही लंबे समय से गहलोत मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर चल रही कयासबाजी भी खत्म हो गई है। जानकारी के मुताबिक 21 या 22 नवंबर को मंत्रिमंडल विस्तार किया जा सकता है।
मंत्रिमंडल विस्तार में सचिन पायलट गुट के नेताओं को भी जगह दी जाएगी। हालांकि सचिन पायलट की एक बार फिर से गहलोत कैबिनेट में वापसी होगी या नहीं होगी इस पर अब भी सवाल कायम है। गहलोत और पायलट के बीच सुलह आलाकमान के हस्तक्षेप के बाद ही हुआ है। दोनों नेता कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ-साथ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से भी मुलाकात कर चुके हैं। राजस्थान की गहलोत सरकार में कुल 30 मंत्री बन सकते हैं। अभी 21 मंत्री हैं। कई मंत्रियों को कैबिनेट से बाहर का रास्ता भी दिखाया जा सकता है और संगठन में जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
मंत्रिमंडल का पुर्नगठन जल्द ही: गहलोत
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्रिमंडल में फेरबदल का स्पष्ट संकेत देते हुए कहा कि राज्य मंत्रिमंडल में फेरबदल जल्द ही किया जाएगा। सचिवालय कर्मचारी संघ की नवगठित कार्यकारिणी के शपथ ग्रहण समारोह को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा, “मंत्रिमंडल पुनर्गठन जल्द होगा।” उल्लेखनीय है कि राज्य मंत्रिमंडल में फेरबदल की अटकलें लंबे समय से चल रही हैं और गहलोत ने इस पर चर्चा के लिए पिछले हफ्ते नयी दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। बैठक के बाद उन्होंने कहा था कि मंत्रिमंडल में फेरबदल के बारे में फैसला पार्टी आलाकमान करेगा।