By अंकित सिंह | Jan 07, 2023
मणिपुर में सक्रिय नौ उग्रवादी संगठनों से संबंधित 43 सदस्यों ने अपने हथियार और गोला-बारूद का त्याग किया और मुख्यधारा में शामिल हो गए। इन सभी 43 सदस्यों ने मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के समक्ष आत्मसमर्पण किया। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने इनके फैसले का स्वागत किया और जीवन की मुख्य धारा में लौटने पर बधाई भी दी है। सबसे खास बात यह भी है कि गृह मंत्री अमित शाह के मणिपुर दौरे के ठीक 1 दिन बाद यह सब हुआ है। इन उग्रवादियों के जीवन की मुख्यधारा में लौटने पर मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कहा कि आपने जो कठिनाइयां झेली है, उसे मैं समझता हूं।
इकसे साथ ही उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में प्रगतिशील मणिपुर बनाने के हमारे काम से और उग्रवादियों को जुड़ते हुए देख खुशी हो रही है। एक कार्यक्रम के दौरान इन उग्रवादियों ने 19 हथियार, 17 हथगोले, पांच हैंडहेल्ड सेट, नौ पीईके, पांच देसी बम और 209 गोला-बारूद मुख्यमंत्री के सामने रखे। जिन उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण किया है, उनमें घाटी आधारित कांगलीपाक यावोल कनबा लुप (केवाईकेएल) के 13,पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के पांच, कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (पीपुल्स वार ग्रुप) के 11, यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (यूएनएलएफ) के पांच, केसीपी (एन) के पांच, प्रीपाक (पीआरओ) के दो और एनएससीएन (यू) का एक उग्रवादी शामिल हैं।