By अभिनय आकाश | Apr 10, 2022
पंजाब में बढ़ते अपराध के ग्राफ को लेकर सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) पर विपक्षी दलों के हमले हो रहे हैं। केवल 21 दिनों में 19 हत्याओं ने एक विवाद को जन्म दिया है। इसके साथ ही नयी नवेली चन्नी सरकार पर विरोधियों के हमले तेज हो गए हैं। विपक्ष ने आरोप लगाया गया है कि आप सरकार ने राज्य को अपराधियों को सौंप दिया है। बढ़ते अपराध के ग्राफ को लेकर विपक्ष, कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
विपक्षी नेताओं की आलोचना
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है, जबकि सीएम हिमाचल की ठंडी हवाओं में वोट मांगने में व्यस्त हैं। औसतन रोजाना तीन से चार हत्याएं हो रही हैं, लोग दहशत में हैं। शिअद नेता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि आप के पंजाब में सरकार बनने के बाद से लोगों के मन में असुरक्षा की भावना है। पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार बनने के बाद पंजाबियों के मन में असुरक्षा की भावना पैदा हो गई थी। आप का पर्दाफाश हो गया है। दलजीत चीमा ने कहा कि आप के दो मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार के झूठे दावे कर रहे हैं। हम मुख्यमंत्री भगवंत मान से दुष्प्रचार में व्यस्त रहने के बजाय तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने का अनुरोध करते हैं।
पंजाब सरकार करेगी एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन
इस बीच, पंजाब सरकार ने एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स के गठन की घोषणा की है जो संगठित अपराध नियंत्रण इकाई नामक मौजूदा इकाई में सुधार करेगी। आप प्रवक्ता मलविंदर सिंह कांग के मुताबिक टास्क फोर्स का नेतृत्व एडीजीपी रैंक का एक अधिकारी करेगा। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हाल की हत्याओं को गंभीरता से लिया है और जिला पुलिस प्रमुखों को कानून-व्यवस्था पर नियंत्रण रखने का निर्देश दिया है। भगवंत मान ने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से आपको आपके अधिकार क्षेत्र में किसी भी कानून और व्यवस्था के उल्लंघन के लिए जिम्मेदार ठहराऊंगा क्योंकि आप कानून के तहत जवाबदेह हैं।