Mayawati ने आकाश आनन्‍द को अपने उत्तराधिकारी और बसपा समन्वयक के दायित्‍वों से मुक्त किया

Mayawati
ANI

पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 502-2 (नफरत को बढ़ावा देना), और जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 125 के तहत आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर आकाश और पार्टी के 36 अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने मंगलवार रात अपने भतीजे आकाश आनंद को अपने उत्तराधिकारी और पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक (नेशनल कोऑर्डिनेटर) की जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया।

बसपा प्रमुख ने पिछले वर्ष दिसंबर माह में आकाश आनन्‍द को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था और उन्हें हटाने का यह आश्चर्यजनक फैसला उस वक्त आया जब देश में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए मतदान संपन्न हो गया। पूर्व मुख्यमंत्री ने यह कहा कि पार्टी और आंदोलन के हित में और आनन्‍द के पूर्ण परिपक्वता हासिल करने तक उन्होंने यह निर्णय लिया है।

बसपा प्रमुख ने मंगलवार रात एक्‍स पर पोस्ट किये गये अपने एक संदेश में कहा, बसपा एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के आत्म-सम्मान, स्वाभिमान तथा सामाजिक परिवर्तन का भी आंदोलन है, जिसके लिए कांशीराम जी व खुद मैंने भी अपनी पूरी जिंदगी समर्पित की है और इसे गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है।’’

अपने सिलसिलेवार पोस्‍ट में मायावती ने कहा, ‘‘इसी क्रम में पार्टी में अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही आकाश आनन्द को राष्ट्रीय समन्वयक व अपना उत्तराधिकारी घोषित किया लेकिन पार्टी व आंदोलन के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है।

बसपा प्रमुख ने अपने भाई और आनन्द के पिता के संदर्भ में एक पोस्ट में कहा, ‘‘हालांकि इनके पिता आनन्द कुमार पार्टी व आंदोलन में अपनी जिम्मेदारी पहले की तरह ही निभाते रहेंगे। अतः बसपा का नेतृत्व पार्टी व आंदोलन के हित में और बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर के कारवां को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग व कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटने वाला है।’’

सीतापुर में एक चुनावी रैली में आपत्तिजनक का इस्तेमाल करने के आरोप में बसपा प्रमुख मायावती के भतीजे आकाश आनंद और चार अन्य के खिलाफ आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया था। पुलिस के मुताबिक, जिला प्रशासन द्वारा दिन की शुरुआत में रैली में आनन्‍द के भाषण का स्वत: संज्ञान लेने के बाद यह कार्रवाई की गई।

बसपा नेता ने अपने भाषण में कहा था, यह सरकार बुलडोजर सरकार और गद्दारों की सरकार है। जो पार्टी अपने युवाओं को भूखा छोड़ती है और बुजुर्गों को गुलाम बनाती है वह आतंकवादी सरकार है। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद बसपा ने बिना कोई कारण बताए पिछले दिनों आकाश आनन्द की सभी प्रस्तावित रैलियों को स्थगित कर दिया था।

आकाश आनन्द ने छह अप्रैल को नगीना लोकसभा सीट से अपनी पार्टी का अभियान शुरू किया था। बाद में, उन्होंने आगरा, बुलंदशहर, मथुरा, वाराणसी, गोरखपुर, अंबेडकर नगर, आजमगढ़ और कौशांबी सहित पश्चिम और पूर्वी उत्तर प्रदेश में कई रैलियों को संबोधित किया।

आकाश ने पार्टी प्रत्याशी महेंद्र यादव के लिए सीतापुर में एक जनसभा को संबोधित किया था। उसके बाद जिला पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 502-2 (नफरत को बढ़ावा देना), और जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 125 के तहत आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर आकाश और पार्टी के 36 अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।

बसपा नेता को एक मई को लखनऊ और कानपुर में सार्वजनिक सभा को संबोधित करना था लेकिन दोनों को स्थगित कर दिया गया। बसपा ने रैलियों को अचानक स्थगित करने का कोई कारण नहीं बताया लेकिन घटनाक्रम से परिचित एक बसपा नेता ने कहा कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद रैलियां स्थगित कर दी गई।

बसपा प्रमुख मायावती ने 10 दिसंबर, 2023 को लखनऊ में देश भर से आये पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में आकाश आनन्‍द को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। आकाश आनन्‍द ने छह अप्रैल को नगीना लोकसभा क्षेत्र से अपनी चुनावी रैलियों की शुरुआत की थी। बसपा के एक नेता के मुताबिक करीब 28 वर्षीय आकाश आनन्‍द 2017 से बसपा के साथ जुड़े हुए हैं। साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने आगरा में एक रैली को संबोधित किया था।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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